जल-जन जोड़ो अभियान के तहत गंगा को अविरल-निर्मल बनाने के पक्ष में आंदोलन किए जा रहे हैं... इसी क्रम में अभियान के तहत दिल्ली में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया... जिसमें अभियान से जुड़े राजेंद्र सिंह (जल पुरुष) ने गंगा गंगा सफाई के मुद्दे पर सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए कई बातों को साझा किया... उन्होंने कहा कि देश के प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में सवच्छ गंगा अभियान का नाम लेकर सत्ता में आए थे लेकिन, उनके चार साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद भी गंगा सफाई का कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है... गंगा जिसको राष्ट्रीय नदी घोषित की गई थी उसके संरक्षण के लिए उचित कानून भी नहीं बनाया गया है... उन्होंने कहा कि गंगा को अविरल-निर्मल बनाने के लिए एक उचित गंगा का कानून सरकार को पारित करना चाहिए...
वहीं जल सत्याग्रह के बारे में बताते हुए राजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रो.जी.डी अग्रवाल (ज्ञान स्वरुप सानन्द जी) के द्वारा हरिद्वार में की जा रही गंगा तपस्या को रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने सारी हदें पार कर दीं... वो पिछले 22 जून से आमरण अन्शन पर हैं... अनशन के बीज उनकी सेहत भी खराब हो गई है मगर सरकार उनसे किसी को मिलने की अनुमति नहीं दे रही है... आगे उन्होंने कहा कि सरकार गंगा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही है जिसकी वजह से गंगा एक नाले के रुप में तबदिल हो रही है...
24 जुलाई को हरिद्वार से दिल्ली तक गंगा मार्च किया जाएगा:
सरकार को गंगा के कार्यों के प्रति जागरुक करने और गंगा सत्याग्रह को सफल बनाने के लिए अभियान के द्वारा 24 जुलाई को गंगा मार्च निकाला जाएगा... उन्होंने कहा कि गंगा सत्याग्रह अब केवल नॉर्थ इंडिया तक ही सिमीत नहीं है बल्कि अब साउथ इंडिय में भी गंगा के लिए आवाजें उठे लगी हैं... उन्होंने बताया कि कर्नाटक में प्रोफेसर पोद्दार, डी आर पाटिल और पीटर अलेक्जेंड, तामिलनाडु में गुरु स्वामि और राजेंद्र, केरल में सुकुमारन जैसे लोग देश भर में इल आंदोलन को सफल बनाने में लगे हुए हैं...
जिम्मी (पत्रकार)
कृषि जागरण
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