पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में पराली की समस्या गंभीर होती जा रही है. इसकी गंभीरता का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि पराली के धुएं से कई लोगों को सांस की समस्या भी हो रही है. पंजाब कृषि विभाग ने पराली की समस्या के निदान के लिए बड़ा कदम उठाया है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पंजाब सरकार का यह कदम पराली की समस्या से निपटने में कारगर साबित हो सकता है.
दरअसल, पंजाब कृषि विभाग ने पराली की समस्या को ध्यान में रखते हुए कुल ३१ हजार ९७० कृषि मशीनरी को मंजूरी दी है. माना जा रहा है कि यह मशीनें पराली की समस्या से निपटने व उनके प्रबंधन में उपयोगी साबित होगी. वैसे भी कुछ माह बाद सर्दी का मौसम आने वाला है. ऐसे में पराली की समस्या से निपटने के लिए सुपर सीडर, हैप्पी सीडर जैसे मशीनें उपयोगी साबित होंगी.
इसके साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अनुसार धान की कटाई से पूर्व इन मशीनों का उपयोग शुरू कर दिया जाएगा. पराली की समस्या से निपटने के लिए हर क्षेत्र में कार्यबल भी तैनात किया जाएगा. सर्दियों का मौसम आते ही पराली की समस्या शुरू हो जाती है.
हरियाणा और पंजाब के किसान पराली को जलाना शुरू कर देते हैं, जिससे दिल्ली समेत आसपास के अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है. इसे लेकर कई मौकों पर दिल्ली व पंजाब की सरकारों के बीच सियासी तकरार भी हो जाती है. जहां दिल्ली सरकार की ओर से कहा जाता है कि पंजाब व हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है.
वहीं पंजाब व हरियाणा की सरकारों के अनुसार दिल्ली में प्रदूषण का कारण दिल्ली वासियों को ही बताया जाता है. जिम्मेदार चाहे कोई भी हो मगर प्रदूषण की वजह से नुकसान पर्यावरण का ही होता है. इन्हीं सब स्थितियों को ध्यान में रखते हुए पंजाब कृषि विभाग द्वारा लिया गया यह निर्णय उपयोगी साबित हो सकता है.
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