भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां की जनसंख्या का एक बड़ा भाग कृषि पर निर्भर है. इसलिए यहां पर हर एक मौसम में अलग-अलग फसलों की खेती होती रहती है. इन दिनों देश की कई राज्यों में मक्के की खेती हुई है. जिनमे से 6 राज्यों के मक्के की फसलों पर अफ्रीकन 'आर्मी' नामक कीड़े ने हमला कर दिया है.
बता दे कि इन कीड़ों के प्रकोप से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कृषि सचिव की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी का गठन किया है. फसल सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने प्रभावित क्षेत्र के जाने-माने वैज्ञानिकों की टीम को गठित कर इसकी रोकथाम के लिए भी लगा दिया है.
गौरतलब है कि अफ्रीकी देशों से भारत पहुंचे इस 'फाल आर्मी' कीड़े के बढ़ते प्रकोप को लेकर देश के कृषि वैज्ञानिकों के साथ-साथ केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ गई है.
इसलिए केंद्र सरकार ने इस गंभीर समस्या को लेकर सतर्कता बरतते हुए तत्काल 12 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन कर मोर्चे पर लगा दिया है. इस कमेटी में उन राज्यों के प्रतिनिधियों को भी तैनात किया गया हैं, जहां इसका प्रकोप हो चुका है.
मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक देश के छह राज्यों के फसलों पर इन कीड़ों ने हमला कर दिया है, जिससे काफी नुकसान भी हुआ है. कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात वर्तमान में इससे प्रभावित राज्य हैं. बता दें कि मक्का रबी और खरीफ दोनों सीजन की फसल है लेकिन इसे खरीफ की प्रमुख फसल माना जाता है.
बीते खरीफ सीजन में इस कीड़े का प्रकोप कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में हो चुका है, जिसका असर पैदावार पर भी पड़ेगा. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक इस कीड़े को लेकर बहुत पहले ही सूचना मिल गई थी. यह कीड़ा दिन-रात फसलों को काटता खाता रहता है, जिससे देखते-देखते फसल खत्म हो जाती है.
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खरीफ के बाद अब रबी के सीजन में खेती की जानी वाली मक्के की फसल में इसके प्रसार पर नियंत्रित करने के उपाय किए जा रहे हैं. इसके लिए हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक जल्दी ही होने वाली है, जिसमें इसके लिए अर्ली वार्निग सेंटर की स्थापना पर विचार विमर्श किया जाएगा.
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