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पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात पर अंकुश, सरकार ने फिर दिया चीन को आर्थिक झटका

जब से दुनियाभर में कोरोना वायरस का संकट आया है, तब से लगातार चीन का बहिष्कार किया जा रहा है. इस कड़ी में मोदी सरकार भी लगातार चीन को आर्थिक झटका देने के लिए आयात पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है. बीते दिनों चीन के कई मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है. ऐसे में एक और बड़ी खबर आ रही है कि अब मोदी सरकार चीन से पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात पर अंकुश लगाया है.

कंचन मौर्य

जब से दुनियाभर में कोरोना वायरस का संकट आया है, तब से लगातार चीन का बहिष्कार किया जा रहा है. इस कड़ी में मोदी सरकार भी लगातार चीन को आर्थिक झटका देने के लिए आयात पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है. बीते दिनों चीन के कई मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है. ऐसे में एक और बड़ी खबर आ रही है कि अब मोदी सरकार चीन से पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात पर अंकुश लगाया है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade) मानें, तो पावर टिलर को काफी बड़ी संख्या में चीन से आयात किया जाता है.

विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई है. इसमें बताया गया है कि पावर टिलर और उसके कलपुर्जों की आयात नीति को संशोधित कर मुक्त से निषिद्ध (Rrestricted) कर दिया गया है. किसी उत्पाद को ‘निषिद्ध’ या वर्जित श्रेणी में रखने का अर्थ है कि आयातक को उनका आयात करने के लिए डीजीएफटी से लाइसेंस लेना होगा.

क्या है पावर टिलर

यह एक कृषि यंत्र है, जिसका उपयोग खेती को तैयार करने में किया जाता है. इसके कलपुर्जों में इंजन, ट्रांसमिशन, चेसिस और रोटावेटर शामिल हैं. मगर अब चीन से आने वाले पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात पर रोक लग जाएगी. इस तरह भारतीय निर्माताओं को प्रोत्साहन भी मिल पाएगा.

लाइसेंस के लिए शर्तें

खबरों की मानें, विदेश व्यापार महानिदेशालय की तरफ से आयात लाइसेंस लेने के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है. इसके तहत सभी फर्म को 1 साल में जारी अथॉराइजेशन का कुल मूल्य कंपनी द्वारा पिछले साल आयातित पावर टिलर के वैल्यू के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा पावर टिलर के कलपुर्जों के लिए भी 10 प्रतिशत की सीमा निर्धारित की गई है. इसके साथ ही अधिसूचना में कहा गया है कि इस बिजनेस में आवेदक को कम से कम 3 साल का अनुभव होना चाहिए, साथ ही पिछले 3 साल में करीब 100 पावर टिलर बेचे हों.

अधिसूचना में कहा गया है कि आवेदक के पास ट्रेनिंग, पोस्ट सेल्स सर्विस, स्पेयर पार्ट का बुनियादी ढांचा होना चाहिए. इसके साथ ही सिर्फ मैन्युफैक्चरर ही पावर टिलर और उसके कलपुर्जों के आयात अथॉराइजेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि पिछले कई महीनों से चीन को आर्थिक झटका देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए चीनी माल का बहिष्कार भी हो रहा है. सरकार भी चीनी आयात पर अंकुश और कंपनियों को सरकारी ठेकों से बाहर निकालकर झटका देने में लगी है.

 

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English Summary: The Modi government shocked China again by curbing the power tiller and its parts Published on: 17 July 2020, 06:22 PM IST

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