सुमिंतर इंडिया ओर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चलाए जा रहे जैविक खेती जागरूकता अभियान के तहत देश के विभिन्न राज्यों में कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें राजस्थान राज्य के जिले चित्तौरगढ़ उदयपुर प्रतापगढ़ आदि कई जिलों में कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें जैविक विधि से सोयाबीन तथा अन्य फसलें कैसे उगायें इसकी सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है | इसी के तहत राजस्थान में विभिन्न जगहों पर किसान की सहभागिता से “आदर्श प्रक्षेत्र” विकसित किए जा रहें है, जिसमें बीजोपचार, जैविक उर्वरक का प्रयोग, कीट नियंत्रण, पोषक तत्व प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण, जैविक विधि से कीट एवं रोग नियंत्रण आदि की जानकारी दी जाती है |
इसके अंतर्गत किसानों को अच्छी खाद (संजीव अमृत, वेस्ट डीकम्पोजर के सहयोग से अच्छी एवं त्वरित खाद बनाना, वर्मी कम्पोस्ट) बनाना, तरल जैविक खाद (जीवा अमृत, मटका खाद, भूमि उपचार संजीवक, अमृत पानी, वर्मिवाश, मछली खाद व विभिन्न प्रकार के टॉनिक जैसे सोया टॉनिक, सहजन पट्टी टॉनिक आदि) बनाना, स्वनिर्मित वानस्पतिक कीटनाशक (नीमपत्र, नीम बीज, पंचपत्र, ब्रम्हास्त्र, अग्नास्त्र, लहसुन मिर्च, अदरक, सत, छाछ) बनाना एवं उनके उपयोग की जानकारी दी जाती है |
इस अभियान में इस बात का विशेष ध्यान दिया जाता है कि ऑन फार्म इनपुट में ही किसान को बायो फिरेमना ट्रैप के आलावा कुछ अलग से खरीदना न पड़े साथ ही यह भी जानकारी दी जाती है, कि वर्तमान रासायनिक कृषि से आर्गेनिक खेती को कैसे अलग किया जाए | फसल की कटाई के उपरांत भंडारण आदि की समस्त जानकारी भी किसानों को दी जाती है |
सुमिंतर इंडिया ओर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड केवरिष्ठ प्रबंधक अनुसंधान और विकास संजय श्रीवास्तव और राजस्थान के प्रोजेक्ट मैनेजर कमला गुप्ता ने बताया कि किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण देने से पहले हम अपने सभी कर्मचारियों को इसकी पूरी ट्रेनिंग मुहैया कराते है, जिससे वो किसानों को पूर्ण जानकारी दे सके | आज सुमिंतर इंडिया ओर्गेनिक्स से जो भी किसान जुड़े हुए है वो काफी प्रसन्न है और आज वो जैविक खेती के माध्यम से अच्छा उत्पादन ले रहें है |
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