
किसानों के लिए खुशखबरी है. अगर आप भी आधुनिक कृषि यंत्र अनुदान पर लेना चाहते हैं, तो यह अवसर आपके लिए है. राज्य सरकार ने किसानों को खेती में मदद देने के लिए एक नई योजना शुरू की है. इसके तहत किसानों को महंगे कृषि यंत्र बेहद सस्ते दामों पर उपलब्ध कराए जाएंगे. यह योजना खास तौर पर कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) और उससे जुड़े किसानों के लिए लागू की गई है.
इस योजना के अंतर्गत किसानों को 30 लाख रुपये के कृषि यंत्र पर 24 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा. यानी किसानों को केवल 6 लाख रुपये का ही खर्च उठाना पड़ेगा. इसी तरह, 10 लाख रुपये के कृषि यंत्र पर 4 लाख रुपये की छूट दी जाएगी. आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और किसान 10 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने वाले किसानों का चयन जिले की समिति द्वारा किया जाएगा और चयनित किसानों को अनुदान का लाभ मिलेगा.
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मकसद किसानों को खेती में नई तकनीक और आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है. इससे खेती आसान होगी, उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में सुधार होगा. सरकार चाहती है कि किसानों को समय पर खेती के उपकरण मिलें और वे परंपरागत तरीकों से बाहर निकलकर आधुनिक खेती अपनाएं.
कौन कर सकता है आवेदन?
यह योजना केवल एफपीओ और उनसे जुड़े किसानों के लिए है. एक एफपीओ से अधिकतम दो किसानों को योजना का लाभ मिलेगा. यूपी के मिर्जापुर जिले के उप कृषि निदेशक विकेश पटेल के अनुसार, आवेदन करने के लिए एफपीओ का पंजीकरण एक साल पुराना होना जरूरी है. इसके साथ ही एफपीओ के पास कम से कम 100 सदस्य होने चाहिए.
चयन की प्रक्रिया
किसानों का चयन जिला स्तर पर गठित समिति करेगी. इस समिति की अध्यक्षता जिलाधिकारी करेंगे. चयन के लिए यह जरूरी होगा कि एफपीओ का वार्षिक टर्नओवर ठीक हो, शेयर होल्डरों की संख्या पूरी हो और संगठन नियमित रूप से रिटर्न दाखिल कर रहा हो. साथ ही, एफपीओ किसी प्रकार के विवाद या न्यायालयी मामले में शामिल न हो.
किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ
किसानों को 30 लाख रुपये के कृषि यंत्र पर 24 लाख रुपये का अनुदान और 10 लाख रुपये के कृषि यंत्र पर 4 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा. इस तरह किसानों को बड़ी वित्तीय राहत मिलेगी. योजना से किसानों को आधुनिक मशीनें उपलब्ध होंगी, जिससे खेतों में काम आसान होगा और समय की बचत होगी.
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