आज हम एक ऐसी चाय के बारे में बात करेंगे जिस के बारे ज्यादा लोगों को भी नहीं पता होगा. आपने कई प्रकार की चाय पी होगी हरी चाय, काली चाय, मसाला चाय क्या आपने कभी सफ़ेद चाय पी है? जी हाँ हम आज सफ़ेद चाय की बात करेंगे. जो असम के बागानों से निकलती है जिसका स्वाद आपको मदहोश होने पर मजबूर कर देगा.
असम के एक चाय प्लेंटर राज बारुआ ने हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय खाद्य मेले में पहली बार जोरहाट में अपने बगीचे से सफेद चाय ली, तो उन्हें पता था कि कुछ प्रतिरोध होगा, लेकिन एक बार लोगों ने इसका स्वाद लिया, तो उनकी छाप बदल जाएगा.
व्हाइट चाय सभी चाय से सबसे महंगी है और इसकी कीमत 8,000 रुपये से 12,000 रुपये प्रति किलो है. यह मुख्य रूप से निर्यात के लिए उत्पादित किया जाती है. केवल चाय के पौधे कैमेलिया सीनेन्सिस की खुली कलियों और युवा पत्तियों से बना है, यह हल्की और नाजुक है थोड़ा मीठा स्वाद है.
उन्होंने कहा 'असम सफेद चाय का अपना स्थान है और मैं इसे आगे ले जाना चाहता हूं,' पूर्वोत्तर में सफेद चाय का उत्पादन नाममात्र है और मांग पर आधारित है. भूटान की तलहटी पर, बक्सा जिले के डोमनी चाय बागान में उत्पादित सफेद चाय ने खुद का नाम बना दिया है.
'हमें देश और विदेशों में बहुत ही उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है. देश में सफेद चाय उत्पादन मात्रा हमेशा सीमित रहेगी. यह एक विशेषता के भीतर एक विशेषता है. बगीचे के एक अधिकारी ने कहा, 'कुछ लोग हमारी सफेद चाय को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ मानते हैं।'
तो देखा आपने असम की सफ़ेद चाय का जादू. ऐसी ही ख़ास जानकारियों से आपको अवगत करवाते रहेंगे.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
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