सरकार ने वाराणसी के राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केन्द्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आज यहां हुई बैठक में राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में यह केन्द्र स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार यह केन्द्र चावल में मूल्य संवद्र्धन करने के लिए उत्कृष्टता केन्द्र के रुप में काम करेगा। इसमें एक आधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी जिसमें चावल और पुआल में भारी घातुओं की गुणवत्ता और स्तर का पता लगाने की क्षमता होगी।
पूर्वी भारत में यह पहला अंतरराष्ट्रीय केन्द्र होगा जो इस क्षेत्र में सतत चावल उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह संस्थान खाद्यान्न उत्पादन और कौशल विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इस केन्द्र की स्थापना से चावल की विशेष किस्मों का विकास किया जा सकेगा, उत्पादकता में वृद्धि होगी तथा पौष्टिक तत्वों की स्थिति में सुधार होगा। यह फसलों के नुकसान को कम करने में मददगार होगा तथा किसानों की आय बढ़ सकेगी।
वाराणसी में बनेगा चावल अनुसन्धान केंद्र
सरकार ने वाराणसी के राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केन्द्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आज यहां हुई बैठक में राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में यह केन्द्र स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
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