कृषि में आधुनिकीकरण (Modern Agriculture) बढ़ाने को लेकर तेज़ी से केंद्र सरकार जोर दे रही है. बढ़ती टेक्नोलॉजी किसानों की रोजमर्रे की जरुरत बन गयी है. ऐसे में ड्रोन के इस्तेमाल (Use of Drones in Agriculture) को लेकर कई किसानों का कहना है कि "किसान अपनी फसलों पर कीटनाशकों और पोषक तत्वों का छिड़काव करने के लिए 'किसान ड्रोन' (Kisan Drone) का उपयोग करने के इच्छुक हैं, बशर्ते वे सस्ती दर पर किराए पर उपलब्ध हों".
खेत में ड्रोन का इस्तेमाल क्यों है जरूरी (Why is it important to use drones in the field)
किसानों को ड्रोन के इस्तेमाल में परेशानी ना हो इसके लिए एक अहम फैसला लिया गया है. जी हां, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया फार्मर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता यशवंत चिदिपोथु (Yashwant Chidipothu, National Spokesperson of Federation of All India Farmers Association) ने कहा, "किसान ड्रोन के इस्तेमाल से कृषि श्रमिकों पर निर्भरता कम होगी. हालांकि, किसान अपने दम पर ड्रोन नहीं खरीद सकते है, बल्कि वे उन्हें किराए पर (Drone on Rent) ले सकते हैं."
ड्रोन को किराये पर लें किसान (Farmers can now hire drones)
बता दें कि सरकार कुछ ऐसी एजेंसियां लगा सकती है जो ड्रोन खरीद सकती हैं. जिसके बाद किसानों को एक एकड़ जमीन में कीटनाशकों और उर्वरकों के छिड़काव (Spraying of Pesticides and Fertilizers) के लिए 350 रुपये तक की दर से किराए पर दे सकती हैं.
ड्रोन उपयोग के लाभ (Benefits of using drones)
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उत्पादन में 10 से 40 प्रतिशत की वृद्धि होती है.
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कहीं भी संक्रमण का पता लगाया जा सकता है.
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उर्वरक हर जगह समान रूप से वितरित किया जाता है.
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सामान्य उर्वरक के इस्तेमाल की तुलना में इसमें केवल आधे उर्वरक की जरूरत पड़ती है.
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खेती की लागत को काफी कम किया जा सकता है.
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कम समय में अधिक क्षेत्रों में खाद डालना इसकी मुख्य विशेषता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट भाषण में कहा था कि "केंद्र किसानों को फसलों का आकलन करने, भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करने के साथ-साथ कीटनाशकों और पोषक तत्वों का छिड़काव करने में मदद करने के लिए किसान ड्रोन को बढ़ावा देगा".
ड्रोन पर किसानों की राय (Farmers opinion on drones)
कुछ किसानों ने कहा कि "हम खाद के छिड़काव और अपनी फसल को कीट मुक्त रखने के लिए ड्रोन का उपयोग (Use of drones to keep crops pest free) करने के इच्छुक हैं, कभी-कभी हमें ऐसा करने के लिए खेत मजदूर नहीं मिलते हैं". वहीं मध्य प्रदेश के सोयाबीन बेल्ट के किसानों ने कहा कि महामारी के दौरान उन्हें खेतों में उर्वरक और कीटनाशकों के छिड़काव में समस्या का सामना करना पड़ा था.
इन कामों में किसानों की मदद करेगा ड्रोन (Drones will help farmers in these works)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक बार बुवाई खत्म हो जाने के बाद खेत मजदूर शहरी क्षेत्रों में काम पर चले जाते हैं. और फिर फसल के इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान किसान ड्रोन फायदेमंद होगी जो किसानों का काम मिनटों में कर सकेगा.
खास बात यह है कि ड्रोन का उपयोग सिर्फ खेती में नहीं बल्कि चाय उद्योग में भी हो सकेगा. कम मजदूर होने के कारण चाय के बागानों में कीटनाशकों के छिड़काव के लिए किसान ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा मिल सकेगा.
किसानों को ड्रोन द्वारा स्प्रे (Spray by drone) से पानी बचाने के साथ फसल सुरक्षा और पोषण उत्पादों की एकरूपता और प्रभावकारिता बढ़ाने में मदद मिल सकेगी. वहीं दूसरी ओर डिजिटलीकरण से ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि जोत से संबंधित विभिन्न समस्याओं को हल करने में सहायता मिल सकेगी.
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