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जनता के लिए राहत भरी खबर, खाद्य तेल की कीमतों में आई गिरावट

लंबे इंतजार के बाद आम जनता के लिए राहत भरी खबर आ रही है. बता दें कि रुपया मजबूत होने के बाद आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में कमी देखने को मिली है...

निशा थापा
जनता के लिए राहत भरी खबर, खाद्य तेल की कीमतों में आई गिरावट
जनता के लिए राहत भरी खबर, खाद्य तेल की कीमतों में आई गिरावट

आम जनता के लिए राहत भरी खबर है, बता दें कि लड़खडाते हुए रुपए में थोड़ी मजबूती देखने को मिली है. जिसके चलते खाद्य तेलों का आयात भी सस्ता हुआ. इसका असर से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल की कीमत में कमी देखने को मिली है. जबकि दूसरी तरफ सोयाबीन डीगम तेल और डीओसी की निर्यात मांग में वृद्धि हुई है.

सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में आई गिरावट

बाजार के जानकारों का कहना है कि लंबे वक्त के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है. जिससे पामोलीन तेल, सीपीओ आदि जैसे आयात होने वाले तेलों की कीमतों में पीछले सप्ताह के मुकाबले इस सप्ताहांत कमी दर्ज की गई है. जबकि -आयल्ड केक (डीओसी) तथा तिलहनों के निर्यात की मांग तेज हुई है, जिससे लूज तथा सोयाबीन के भाव लाभ के साथ बंद हुए.

तेल तिलहन कीमतों में गिरावट

सूत्रों की मानें तो बीते साल अगस्त में सोयाबीन लगभग 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर के साथ बेचा जा रहा है, जो कि इस बार 5,500-5,600 रुपये प्रति क्विंटल पर ही बिक रहा है. देखा जाए तो यह एमएसपी (MSP) से अधिक कीमत है. बता दें कि इस बार किसानों द्वारा बीज भी महंगे खरीदे गए थे.

किसान हैं परेशान

जहां एक तरफ बाजार में तेल की कीमतों में परिवर्तन देखने को मिला है तो वहीं दूसरी तरफ किसानों को उनका सही मूल्य न मिलने से वह परेशान हैं. सरकार आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए कई अहम फैसले तो उठा रही है, मगर यहां पर आयातित तेलों की कीमत कम होने से मांग बढ़ रही है. जिससे भारत में उत्पादित तेल की मांग में कमी से कीमत में भी कमी आ रही है..

मूंगफली तेल-तिलहनों कीमतों में गिरावट

सरसों दादरी तेल पीछले सप्ताहांत के शुक्रवार को 50 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 15,400 रुपये प्रति क्विंटल पर था. जबकि सरसों कच्ची घानी व पक्की घानी की कीमतों में 10-10 रुपए की बढ़ोतरी के साथ इनकी कीमतें क्रमश: 2,410-2,525 रुपये टिन और 2,340-2,470 रुपये हो गईं.

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बाजार में नई फसल की आवक बढ़ने की वजह से समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल-तिलहनों की कीमतों  में गिरावट देखने को मिली है. बता दें कि मूंगफली तिलहन की कीमत में 90 रुपए की कमी आई, जिससे अब नई कीमत 6,810-6,870 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड के भाव में 55 रुपए की कमी दर्ज की गई जिससे नई कीमत 2,520-2,780 रुपये प्रति टिन हो गई. तो वहीं मूंगफली तेल गुजरात में 380 रुपए कम होकर 15,620 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ.

English Summary: Relief news for the public, the fall in the prices of edible oil Published on: 15 November 2022, 10:50 AM IST

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