सभी जानते हैं भारत धान का बड़ा उत्पादक देश है! भारत के चावलों की मांग विश्व बाजार में बड़े स्तर पर है! इसलिए भारत बड़े पैमाने पर चावल का निर्यात करता है! फसल वर्ष 2016-17 के दौरान देश में हुए रिकॉर्ड चावल उत्पादन की वजह से वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान चावल निर्यात में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है! वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2017-18 के 8 महीनों में अप्रैल से नवंबर 2017 के दौरान देश से 81.91 लाख टन चावल का एक्सपोर्ट हो चुका है 8 महीने में अबतक का सबसे अधिक और वित्तवर्ष 2016-17 की समान अवधि के मुकाबले करीब 22 प्रतिशत ज्यादा है!
वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 8 महीने के दौरान 66.95 लाख टन चावल का एक्सपोर्ट हो पाया था! वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक 2017-18 में अप्रैल से नवंबर में निर्यात हुए 81.91 लाख टन चावल में से 55.70 लाख टन चावल गैर बासमती है और 26.21 लाख टन चावल बासमती है! पिछले साल इस दौरान 41.71 लाख टन गैर बासमती और 25.78 लाख टन बासमती चावल का एक्सपोर्ट हुआ था! इस बार मार्च अंत तक भारत का चावल निर्यात 110 लाख टन के पार जाने का अनुमान लगाया जा रहा है और इस एक्सपोर्ट के साथ भारत इस साल भी दुनियाभर में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक बना रहेगा! इससे अनुमान है कि चावल उत्पादक किसानों को इससे लाभ मिलेगा!
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