जेल में कैदियों का घर होता है, जेल में कैदियों का जीवन सुधारने और उनको सही रास्ते है लाने के लिए सरकार कुछ ऐसे कदम उठा रही है जिससे की कैदियों को भी फायदा हो और आम आदमियों को भी फायदा हो और कैदियों को भी फायदा हो इसके लिए सरकार ने यूपी की चार सेंट्रल जेल समेत नौ जेल में रबी और खरीफ की फसलों के लिए बीज तैयार किए करने के लिए कृषि विभाग से एमओयु साईन कराया है. यह एमओयू रबी और खरीफ की अगली फसल तक रहेगा. इसके साथ ही जिन 12 जेलों में गोशाला हैं, वहां कृषि विभाग के सहयोग से वर्मी कंपोस्ट प्लांट भी लगाए जाएंगे.
इस मौके पर एडीजी जेल चंद्र प्रकाश के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ ने जेल विभाग की समीक्षा की थी. उस दौरान इस प्रस्ताव को उनके समक्ष रखा गया था. उनकी सैद्धांतिक सहमति के बाद गुरुवार को इस संबंध में कृषि विभाग के साथ एमओयू साइन कर लिया गया. कृषि विभाग के तहत बीज विकास निगम बंदियों को खेती की वैज्ञानिक एवं तकनीकी जानकारी देते हुए प्रशिक्षित करेगा. प्रदेश की नौ जेलों को बीज उत्पादन के लिए चुना गया है. इसमें बरेली, वाराणसी, फतेहगढ़ और नैनी सेंट्रल जेल के साथ लखनऊ, नोएडा, रायबरेली, उन्नाव व मेरठ की जिला जेल भी शामिल हैं. प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद और एडीजी जेल चंद्र प्रकाश की मौजूदगी व निर्देशन में कृषि निदेशक एवं प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम डॉक्टर संतोष खरे व अपर महानिदेशक कारागार मुख्यालय शरद ने एक एमओयू साइन किया. अपर महानिदेशक जेल मुख्यालय शरद ने बताया कि इस परियोजना के जरिए बंदियों का कौशल विकास तो होगा ही साथ ही उन्हें पारिश्रमिक भी मिलेगा. सरकार द्वारा यह एक अच्छा कदम उठाया गया है इससे जेल कैदियों को फायदा होगा.
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