मधुमक्खी पालन और मधुमक्खी कारोबार से जुड़े उत्पादों के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से देश भर में 18 और 19 अगस्त को विश्व शहद मधुमक्खी दिवस मनाने की जोर शोर से तैयारी चल रही है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी एल सारस्वत ने पीटीआई को बताया, ‘‘राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड 18और 19अगस्त को देश भर में विश्व शहद मधुमक्खी दिवस की दूसरी बैठक को आयोजित करने जा रहा है जिसमें भारी संख्या में देश भर के मधुमक्खीपालन कारोबार से जुड़े किसानों,कारोबारियों और निर्यातकों के भाग लेने की उम्मीद है। विश्व शहद मधुमक्खी दिवस पहली बार वर्ष 2016में भारतीय मधुमक्खी फेडरेशन के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।’’ राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के कार्यकारिणी बोर्ड के सदस्य देवव्रत शर्मा ने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बोर्ड की ओर से सभी मुख्य सचिवों, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, बागवानी निदेशालयों, समेकित मधुमक्खीपालन विकास केन्द्रों, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास विभाग, सेन्ट्रल बैंक, नाबार्ड, खादी ग्रामीण उद्योग आयोग के मुख्य कार्याधिकारी, केन्द्रीय मधुमक्खी शोध प्रशिक्षण संस्थान को पत्र लिखा गया है।’’
उन्होंने कहा कि 18 अगस्त को राजधानी दिल्ली के पूसा संस्थान में लगभग देश भर के 1,500 मधुमक्खी पालक इकट्ठा होंगे जिस कार्यक्रम में हौसला अफजाई के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम के दौरान मधुमक्खी पालन कारोबार से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी जिसमें लोगों को शहद और तमाम उत्पादों के गुण और उनके लाभ के बारे में जागरूक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश भर में करीब 2,000 ऐसे बूथ स्थापित किये जायेंगे जहां लोगों को शहद के साथ साथ रॉयल जेली, प्रोपोलिस, डंक इत्यादि जैसे अन्य उत्पादों के लाभ के बारे में जानकारियां दी जायेंगी।
Share your comments