प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) किसानों के लिए केंद्र सरकार की सबसे बड़ी और लोकप्रिय योजनाओं में से एक है. इस योजना के तहत योग्य किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता तीन समान किस्तों में दी जाती है. अब किसान 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि पिछली किस्त के बाद से कई महीनों का समय बीत चुका है. ऐसे में किसानों के बीच यह चर्चा है कि आखिर 21वीं किस्त कब जारी होगी? क्या बिहार विधानसभा चुनाव के बाद इस किस्त का भुगतान किया जाएगा?
गौरतलब है कि इस बार भी करोड़ों पात्र किसानों के खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से राशि भेजी जानी है. आइए जानते हैं किसे मिलेगा इस बार किस्त का लाभ और किन कारणों से कुछ किसानों की राशि अटक सकती है.
कब आएगी पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त?
अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े हैं, तो निश्चित रूप से आप भी 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि बिहार चुनाव समाप्त होने के बाद 21वीं किस्त जारी की जा सकती है. बिहार में चुनावी परिणाम 14 नवंबर को घोषित होने हैं, इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि किस्त का वितरण इसी के बाद किया जाएगा.
हालांकि, अब तक सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. आमतौर पर पीएम किसान योजना की हर नई किस्त त्योहारों या चुनावों के बाद जारी की जाती है, ताकि प्रशासनिक प्रक्रिया और ट्रांजैक्शन में कोई अड़चन न आए. इस बार भी करोड़ों किसानों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से किस्त की राशि सीधे भेजी जाएगी. किसानों को अपने खाते की स्थिति चेक करते रहनी चाहिए, ताकि भुगतान आने पर कोई दिक्कत न हो.
किन किसानों को मिलेगा 21वीं किस्त का लाभ?
1. केवल पात्र किसानों को ही मिलेगा लाभ
पीएम किसान योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को दिया जाता है जो पात्रता की शर्तों को पूरा करते हैं. योजना की शुरुआत छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से की गई थी. इसलिए जिन किसानों के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम खेती योग्य जमीन है, वे ही इस योजना के तहत लाभ पाने के योग्य हैं.
इसके विपरीत, कुछ लोग गलत दस्तावेजों या झूठी जानकारी के आधार पर आवेदन करते हैं, जिसकी जांच विभाग द्वारा की जाती है. ऐसे लोगों के आवेदन रद्द कर दिए जाते हैं और उन्हें किसी भी किस्त का लाभ नहीं दिया जाता. इसलिए किसानों के लिए जरूरी है कि वे सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें और अपने डेटा को अपडेट रखें.
2. ई-केवाईसी करवाना है अनिवार्य
पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त का लाभ पाने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी करना अनिवार्य है. यह प्रक्रिया लाभार्थी की पहचान सुनिश्चित करने के लिए होती है. कई किसानों ने पिछली किस्तों में ई-केवाईसी नहीं कराई थी, जिसके कारण उनकी राशि रोक दी गई थी.
किसान pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाकर या नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं. जिन किसानों ने यह प्रक्रिया पूरी कर ली है, उनके खाते में किस्त आने की संभावना अधिक है. वहीं, जिन किसानों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उन्हें किस्त के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है.
3. भू-सत्यापन करवाना भी जरूरी
योजना का एक और आवश्यक चरण है भू-सत्यापन (Land Verification). इसके तहत किसानों की खेती योग्य भूमि का सत्यापन राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है. कई राज्यों में यह प्रक्रिया डिजिटली हो चुकी है, जबकि कुछ राज्यों में अभी भी स्थानीय स्तर पर पटवारी या राजस्व अधिकारी इस सत्यापन को पूरा करते हैं.
भू-सत्यापन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लाभार्थी वास्तव में किसान हैं और उनके पास खेती योग्य जमीन मौजूद है. जिन किसानों ने यह प्रक्रिया पूरी कर ली है, वे बिना किसी अड़चन के 21वीं किस्त प्राप्त कर सकेंगे.
4. बैंक खाते का आधार से लिंक होना जरूरी
पीएम किसान योजना की राशि DBT के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है. इसके लिए यह आवश्यक है कि किसान का बैंक खाता उसके आधार नंबर से लिंक हो. कई बार किस्त न आने की समस्या इसी कारण होती है कि बैंक खाता लिंक नहीं होता या बैंक डिटेल्स गलत होती हैं.
ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक खाते की जानकारी पीएम किसान पोर्टल पर जाकर अपडेट करें और सुनिश्चित करें कि खाता सक्रिय हो. ऐसा करने से किस्त में देरी या रुकावट नहीं होगी.
कैसे करें अपनी किस्त की स्थिति (Status) चेक
किसान अपने मोबाइल या कंप्यूटर से आसानी से PM Kisan की वेबसाइट (pmkisan.gov.in) पर जाकर अपनी किस्त की स्थिति जान सकते हैं. इसके लिए “Beneficiary Status” पर क्लिक करें, फिर अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर या आधार नंबर दर्ज करें. यहां आपको बताया जाएगा कि आपकी पिछली किस्त कब आई थी और अगली किस्त की स्थिति क्या है.
अगर किसी किसान की किस्त रुक गई है, तो वह पोर्टल पर जाकर कारण भी देख सकता है - जैसे ई-केवाईसी अधूरी होना, भूमि सत्यापन न होना या बैंक विवरण में त्रुटि आदि.
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