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मशरूम की खेती सिखाने के लिए 9 से 11 सितम्बर तक चलेगा ऑनलाइन प्रशिक्षण, जानें आवेदन की प्रक्रिया

आज के समय में मशरूम की खेती करना बहुत मुनाफ़े का सौदा है. कई सालों से बाजार में मशरूम की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. मगर जितनी मांग बढ़ रही है, उतना उत्पादन नहीं हो पा रहा है, इसलिए किसानों को मशरूम की खेती अच्छा मुनाफा कमाने का मौका दे सकती है. अगर आप भी मशरूम की खेती करके मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए एक बहुच अच्छा मौका लेकर आए हैं. जी हां, आप मशरूम की खेती के लिए घर बैठे ऑनलाइन प्रशिक्षण ले सकते हैं. दरअसल, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, का मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र 3 दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है. इसमें जिसमें मशरूम की खेती संबंधी पूरी जानकारी दी जाएगी.

कंचन मौर्य

आज के समय में मशरूम की खेती करना बहुत मुनाफ़े का सौदा है. कई सालों से बाजार में मशरूम की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. मगर जितनी मांग बढ़ रही है, उतना उत्पादन नहीं हो पा रहा है, इसलिए किसानों को मशरूम की खेती अच्छा मुनाफा कमाने का मौका दे सकती है. अगर आप भी मशरूम की खेती करके मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए एक बहुच अच्छा मौका लेकर आए हैं. जी हां, आप मशरूम की खेती के लिए घर बैठे ऑनलाइन प्रशिक्षण ले सकते हैं. दरअसल, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, का मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र 3 दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है. इसमें जिसमें मशरूम की खेती संबंधी पूरी जानकारी दी जाएगी.

कब से कब तक चलेगा ऑनलाइन प्रशिक्षण

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र 09 से 11 सितम्बर को 3 दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा. केंद्र का मानना है कि कोरोना महामारी की वजह से ऑनलाइन ट्रेनिंग देने का फैसला किया है. इस तरह जो किसान हर साल नहीं पहुंच पाते थे, वे भी ऑनलाइन प्रशिक्षण से जुड़ पाएंगे. यह प्रशिक्षण सितम्बर में 3 दिन के लिए है. अगर लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी, तो इसको आगे भी बढ़ाया जा सकता है. इस तरह अधिक से अधिक लोग मशरूम की खेती की जानकारी ले पाएंगे.

इन 3 प्रकार के मशरूम की खेती की मिलेगी ट्रेनिंग

  • बटन दुधिया

  • ढिगरी पुआल मशरूम (ऑयस्टर मशरुम)

  • दूधिया मशरूम (मिल्की)

ढिंगरी मशरूम – इसकी खेती सबसे सस्ती और आसान होती है. इसमें दूसरे मशरूम की तुलना में औषधीय गुण भी अधिक होते हैं. इसकी अधिकतर मांग दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता जैसे शहरों में बनी रहती है.

बटन मशरूम- इसकी खेती कम तापमान वाले क्षेत्रों और सर्दियों में की जाती है, लेकिन आप सालभर ग्रीन हाउस तकनीक से इसको हर जगह उगा सकते हैं. इसकी खेती के लिए सरकार बी प्रचार-प्रसार कर प्रोत्साहित कर रही है.

दूधिया मशरूम- गर्मी के मौसम में दूधिया मशरूम की खेती की जाती है. दूधिया मशरूम के कवक जाल फैलाव के लिए 25 से 35 डि‍ग्री सेल्सियस और नमी 80 से 90 प्रतिशत होनी चाहिए.

ऐसे करें ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए आवेदन

  • अगर आप मशरूम की खेती के लिए प्रशिक्षण में शामिल होना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 500 रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस जमा करनी होगी.

  • इसके लिए आपको 5 रुपए का पंजीकरण शुल्क भारतीय स्टेट बैंक खाता संख्या 300811736247, आईएफएससी कोड SBIN0001133 में जमा करना होगा.

  • इसके बाद ट्रांजेक्शन डिटेल की कॉपी ईमेल- [email protected] और व्हाट्सएप नंबर 9389017092 पर भेजना होगा.

  • प्रशिक्षण का आयोजन गूगल मीट पर होगा.

  • इसके रजिट्रेशन की आखिरी तारीख 5 सितम्बर है.

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें

अगर आप इस संबंध में अधिक जानकारी लेना चाहते हैं, तो कैलाश सिंह कुशवाहा, संयुक्त निदेशक, मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से संपंर्क कर सकते हैं. आप मोबाइल नंबर 8475008884 के जरिए भी जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए https://bit.ly/3lBrGu7 पर विजिट कर सकते हैं.

English Summary: Online training will be given from 9 to 11 September to teach mushroom farming Published on: 01 September 2020, 03:24 PM IST

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