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प्याज रुला रहा है किसानों को आँसू !

मन्दसौर जिले में प्याज़ की पैदावार अच्छी होती है लेकिन इस बार किसानों को रुला रहा है प्याज. भाव ना होने के कारण किसानों की लागत से भी भारी पड़ रहा है. किसान प्याज़ को लेकर परेशान है 1 से 2 रु किलों बिक रहा है. मंडी में प्याज़ और अगर बाज़ार की बात की जाये तो बाज़ार में 5 से 10रू किलो में बिक रहा है. 1 रु किलो प्याज या 100 रु में 1 क्विंटल बिक रहा है.

अशोक परमार

मन्दसौर जिले में प्याज़ की पैदावार  अच्छी होती है लेकिन इस बार किसानों  को रुला रहा है प्याज. भाव ना होने के कारण किसानों की लागत से भी भारी पड़ रहा है. किसान प्याज़ को लेकर परेशान है 1 से 2 रु किलों बिक रहा है. मंडी में प्याज़ और अगर बाज़ार की बात की जाये तो बाज़ार में 5 से 10रू किलो में बिक रहा है. 1 रु किलो प्याज या 100 रु में 1 क्विंटल बिक रहा है.

 किसानों बात करने पर पाया की घरों में प्याज़ सड़ रहा है .

प्याज़ कोरोना महामारी के कारण किसान को कम भाव में बेचने को मजबूर है. कुछ व्यापारी मन-मर्ज़ी का भाव दे रहे और कुछ व्यापारी तो प्याज़ लेने को ही तैयार नहीं है. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में lock down चल रहा हम खरीद भी लेंगे तो बेचने कहा जाए. आवक ज़्यादा है और खपत कम है. खाने- पीने के होटल, रेस्ट्रोरेंट,फ़ास्ट फ़ूड,ढाबे सभी बन्द होने के कारण प्याज़ की डिमांड मार्केट में कम होने से प्याज़ कोई ख़रीदने को तैयार नहीं  है. बड़ी प्याज़ मंडीया बन्द होने से प्याज़ के दाम में गिरावट आई है. Lock down का चौथा  चरण चल रहा है अभी प्याज़ मंडीया बन्द है. प्याज़ का सरकार ने कोई समर्थन मूल्य तय नहीं  कर पाई है.

एक के बाद एक परेशानी...

कोरोना संक्रमण से देश में lock down चल रहा है. इस साल प्याज़ उत्पादक किसानों और व्यापारियों दोनों ही भाव को लेकर परेशान है.

मन्दसौर मंडी में प्याज़ की आवक बन्द है.

मन्दसौर में आए जगदीश पाटीदार किसान का कहना है कि मैं मंडी में प्याज लेकर आया था सोचा कुछ पैसे आने पर घर खर्च में सहयोग मिलेगा लेकिन तुलसीराम का प्याज 1 रु किलो बिका जिसको मंडी लाने का खर्च 100 रु 1 क्विंटल लगा है. मेंरे हाथ कुछ नहीं आया 3 क्विंटल प्याज लेकर आया था किसान आकर समय बर्बाद किया .एक तरफ़ कोरोना ने मार रखा है और ये प्याज हम किसानों को रुला रहा है. लक्ष्मण सिंह किसान का कहना है कि मैं मन्दसौर मंडी में प्याज लेकर आया था मेंरा प्याज 3.25रु किलो यानी 325रु क्विंटल बिका है जो मेंरी लागत भी नहीं है. सरकार से यह ही माँग करता हूँ कि किसानों को प्याज का दाम उसकी लागत से ज़्यादा मिलना चाहिए. ऐसे ही प्याज का भाव मिला तो किसान मंडी में प्याज लाने से अच्छा पशुओं को खिला दे. प्याज मंडी प्रशासन मंडी सचिव एस॰के॰चौधरी का कहना है कि प्याज की आवक बहुत है लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में lock down चल रहा है तो खपत कम होने से प्याज के दाम कम है.

मन्दसौर मंडी मेंप्याज की क़ीमत बहुत कम है मंडी में 1 रु से लेकर 5 रु किलो तक प्याज बिक रहा है.100रु से लेकर 500रु क्विंटल बिक रहा है इस साल प्याज की क़ीमत में गिरावट देखी जा सकती है. किसानों को उम्मीद थी की इस साल प्याज के भाव अच्छे मिलेंगे. लेकिन lock down के चलते किसानों की मेंहनत पर पानी फेर दिया आर्थिक मंदी के साथ-साथ प्याज किसानों को रुला रहा है. मौसम को देखते हुए किसानों ने प्याज को खेत से जल्दी निकाल कर मंडी लाए तो प्याज का भाव 1/2 रु किलो बिके. lock down के चलते मंडीयो में प्याज की माँग ना होने से बाहर के व्यापारी भी प्याज ख़रीदने नहीं आए. मंडी में व्यापारी 1/2 में प्याज लेने को तैयार नहीं हो रहे है. किसानों के घरों में पड़ा प्याज सड़ रहा है. प्रशासन अभी गेहूं की ख़रीदी में लगा है प्याज की क़ीमतों पर किसी का ध्यान ही नहीं .किसानों के पास में भंडारण की कोई व्यवस्था नहीं होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

English Summary: Onion is making farmers cry Published on: 20 May 2020, 07:33 PM IST

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