केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 10 नवंबर को केंद्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर के पोषण अभियान के तहत 13 राज्यों के 23 जिलों में 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का शुभारंभ किया है. यह संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत आता है. कृषि मंत्री ने कहा कि भारत को श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हमारी कोई भी मां, बहन और बच्चा कुपोषित अब नहीं रहनी चाहिए और यह सबकी संयुक्त जिम्मेदारी है. साथ ही लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से फसलों में पोषण मूल्य बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
भारत के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है. स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि पोषक तत्वों को बढ़ाने में हमारे मोटे अनाज का बहुत महत्व है और यह स्वास्थ्य को मजबूत भी करते हैं. पहले गरीब भी इनका सेवन करते थे, लेकिन धीरे-धीरे प्रकृति के साथ तालमेल बिगड़ने से और भौतिकता की अंधी दौड़ में भोजन की थाली से पोषक तत्व कम हो गए, जिन्हें फिर से बढ़ाने की जरूरत है.
पोषण बढ़ाने की क्यों है जरूरत
पोषण को बढ़ावा देने के संबंध में न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम शुरू किया गया है. तोमर ने कहा कि प्रकृति ने हमें वह सब कुछ प्रदान किया है जो मानव शरीर और मानव जीवन में आवश्यक है. हम सभी को मिलकर कुपोषण से निपटना है. इन 75 न्यूट्री स्मार्ट ग्रामों के माध्यम से गांवों में पोषण वृद्धि की श्रृंखला बनाई जाए. इन गांवों में प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्राकृतिक बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों का वितरण किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में सभी उपज भी पोषक तत्वों से भरपूर रहे.
पौष्टिक अनाज का सेवन सभी के लिए जरूरी
तोमर ने कहा कि उन्होंने PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के माध्यम से मोटे अनाज के वितरण के संबंध में राज्य स्तर पर जागरूकता लाने की भी अपील की. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईसीएआर और कृषि मंत्रालय के सहयोग से इस उद्देश्य को प्राप्त किया जाएगा. कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि पौष्टिक खाद्यान्न का सेवन सभी के लिए जरूरी है. जैसा कि कई साल पहले देश में घर-घर में प्रचलित था.
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कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है. जिस पर पौष्टिक अनाज की नई किस्में लाने सहित अन्य कार्यक्रमों व योजनाओं के माध्यम से कार्य चल रहा है.
इन जिलों में शुरू हुआ न्यूट्री स्मार्ट विलेज
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पुरी, खोरधा, कटक और जगतसिंहपुर, (ओडिशा)
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समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर (बिहार)
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पश्चिम गारोहिल्स (मेघालय)
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उदयपुर (राजस्थान)
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परभणी (महाराष्ट्र)
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लुधियाना (पंजाब)
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जोरहाट (असम)
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हिसार, फतेहाबाद और अंबाला (हरियाणा)
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नैनीताल (उत्तराखंड)
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मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)
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बैंगलोर ग्रामीण, धारवाड़ और बेलगाम (कर्नाटक)
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मदुरै (तमिलनाडु)
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रंगारेड्डी (तेलंगाना)
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