कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी डोमिनिक और कृषि जागरण की प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक द्वारा शुरू की गई पहल, मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स का उद्देश्य भारतीय कृषि की समृद्धि को उजागर करना और उन किसानों को सम्मानित करना है जो खेती-किसानी से करोड़पति बन गए हैं, और एक लाभदायक कृषि उद्यम की ओर एक आदर्श बदलाव को बढ़ावा दे रहे हैं.
भारत के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस ‘कृषि जागरण’ द्वारा आयोजित और महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स की अपार सफलता के बाद अब कृषि जागरण एमएफओआई अवार्ड्स के दूसरे संस्करण एमएफओआई अवार्ड्स-2024 का आयोजन करने जा रहा है जिसमें नॉलेज पार्टनर आईसीएआर है. इस अवार्ड्स समारोह में जूरी की अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद करेंगे. कृषि जागरण को जूरी के अध्यक्ष के रूप में नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद का स्वागत करते हुए बेहद खुशी हो रही है.
इस घोषणा पर नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद ने कृषि जागरण की एमएफओआई पहल की सराहना करते हुए कहा, “मैं श्री डोमिनिक और श्रीमती डोमिनिक को बहुत-बहुत बढाई देता हूं कि उन्होंने बहुत ही यूनिक और नया पहल मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया (एमएफओआई) अवार्ड्स शुरू किया है. इस पहल का सबसे बड़ा मजबूती जो मैं देखता हूं वह यह है कि अब तक कृषि में डिस्ट्रेस स्टडी किया करते थे. सिर्फ डिस्ट्रेस की बात करते थे लेकिन एमएफओआई पहल के अंतर्गत कृषि में खुशहाली की बात किया जा रहा है. कृषि में समृद्धि की बात की जा रही है तो यह अपने आप में ही एक महत्वपूर्ण बदलाव है. इसके बहुत सारे प्रभाव भी देखने को मिलेंगे जैसे कि इस अवार्ड के द्वारा यह पता चलेगा कि किसान गैर कृषि क्षेत्र में जो आमदनी होती है वैसी आमदनी कृषि क्षेत्र में भी अर्जित कर रहे हैं. उन्होंने कृषि को डिस्ट्रेस का धंधा नहीं समझ उसको एक बिजनेस के रूप में एक प्रॉफिट के रूप में उद्यम बनाकर प्रमोट किया तो इसमें एक आशा भी है और एक विश्वास भी है. मुझे ऐसा लगा रहा है कि ज्यों-ज्यों मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया का यह मैसेज पूरे भारत में फैलेगा. हमारे देश के जो युवा हैं या जो महिलाएं हैं उनको भी एक बहुत बड़ी प्रेरणा मिलेगी. वह कृषि को एक बिजनेस के रूप में ऑर्गेनाइज कर एक बहुत ही लाभकारी उद्यम बना सकते हैं. इसके अलावा युवाओं का या दूसरे लोगों का कृषि से मजबूरी में बाहर जाने का देश में एक जो रुझान शुरू हुआ था कि बहुत से लोग कृषि को छोड़कर शहरों में बहुत छोटी-छोटी नौकरियां या बहुत छोटी मजदूरी करते थे. इस तरह की चलन है उस पर ब्रेक लगेगा और कृषि को खुशहाली बनाकर अच्छा जीवन व्यतीत करने की ओर देश की एनर्जी चैनलाइज होंगे.”
कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी डोमिनिक की सोच एमएफओआई अवार्ड्स को नई दिल्ली में 1-3 दिसंबर, 2024 तक आयोजित किया जाएगा जिसमें देश के सैकड़ों करोड़पति किसान, कई नेता और अधिकारी शामिल होंगे. यह अवार्ड्स शो देश के कृषि और इससे क्षेत्रों के रियल हीरो को स्वीकार और सम्मानित करने के साथ-साथ कुछ शीर्ष कॉरपोरेट्स को भी एक छत के नीचे लाएगा.
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