शहद हमारे शरीर के लिए किसी अमृत से कम नहीं है. इसका का नाम सुनते ही मिठास का आभास होने लगता है. मिठास का सबसे उत्तम उदाहरण ही शहद है. लेकिन अगर हम आपको कहें कि शहद खट्टा भी हो सकता है, तो क्या आपको भरोसा होगा. जी हां, भले आप इस बात पर भरोसा न करें, लेकिन जल्दी ही मार्केट में खट्टे शहद का विक्लप भी लोगों के पास होगा.
दरअसल मेघालय के आदिवासी लोगों ने एक ऐसे शहद का निर्माण किया है जो गुणों में तो मीठे शहद के समान ही है, लेकिन स्वाद में खट्टा है. सिर्फ खट्टा ही नहीं, इसके अलावा भी उन्होंने कई अलग तरह के शहद भी तैयार किए हैं. जानकारी के मुताबिक कुल 13 तरह के शहद तैयार किए गए हैं, जिनका स्वाद एक दूसरे से पूरी तरह अलग है.
विदेशों में करेंगे निर्यात
बता दें कि हमारे देश में शहद का उत्पादन बहुत होता है लेकिन उसका निर्यात इतना अधिक नहीं है. इसका एक कारण ये भी है कि यहां के शहद को अंतर्राष्ट्रीय मानको के अनुकूल नहीं माना गया है. अब विशेषज्ञों के मुताबिक इस शहद को अंतर्राष्ट्रीय मानको के मुताबिक बनाया जाएगा और राष्ट्रीय डेवलपमेंट डेयरी गुजरात द्वारा प्रमाणित कराकर विदेशों में निर्यात किया जाएगा.
बड़ी कंपनियां कर सकती है मदद
अगर सब सही रहा तो जल्द ही 13 तरह के शहद की किस्मों को घर-घर तक पहुंचाया जा सकता है. इसमें बड़ी खाद्य कंपनियां अपनी भूमिका निभा सकती है.
सेहत के लिए गुणकारी
गौरतलब है कि नई शहद की किस्में को शरीर के लिए भी फायदेमंद माना गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक इसके सेवन से शरीर में फुर्ती और ताजगी बनी रहती है. निम्न रक्तचाप वालों के लिए भी ये फायदेमंद है. इसी तरह सांस के रोगियों को के लिए भी यह अच्छा है.
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