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हिसार पहुंचा 'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' का कारवां, महिला किसान ने बताया कैसे ड्रोन तकनीक बदलेगी खेती की तस्वीर

MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra: गुरुवार (8 फरवरी, 2024) को 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' का कारवां हरियाणा के हिसार पहुंचा. जहां, कृषि जागरण की टीम ने सरसाना और भाटोल रांगड़ान गांव पहुंची और किसानों से बात की. टीम ने किसानों के साथ खेती-बाड़ी से जुड़ी कुछ जानकारी साझा की और उन्हें MFOI के बारे में जागरूक किया.

KJ Staff
एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा
एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा

MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra: दिल्ली के उजवा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) से भारत के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस कृषि जागरण द्वारा शुरू की गई 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' इस समय उत्तर भारत में अपनी पहचान बना रही है. इस पहल के पीछे का उद्देश्य किसानों को कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए ज्ञान प्रदान करना और उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित करना है. इतना ही नहीं, इस यात्रा के दौरान किसानों को कृषि जागरण की पहल MFOI के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है, जो किसानों का सबसे बड़ा अवॉर्ड शो है. यात्रा में किसानों को ये भी बताया जा रहा है की कैसे कृषि जागरण लगातार कृषि क्षेत्र और किसानों के विकास के लिए कार्य कर रहा है, जिसका सफस परिणाम MFOI के रूप में सभी के सामने है.

फिलहाल, यात्रा अभी हरियाणा राज्य से गुजर रही है. इसी कड़ी में गुरुवार (8 फरवरी, 2024) को 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' का कारवां हरियाणा के हिसार पहुंचा. जहां, कृषि जागरण की टीम ने सरसाना और भाटोल रांगड़ान गांव पहुंची और किसानों से बात की. टीम ने किसानों के साथ खेती-बाड़ी से जुड़ी कुछ जानकारी साझा की और उन्हें MFOI के बारे में जागरूक किया. टीम ने किसानों को बताया कि क्यों उनके लिए यह अवॉर्ड शो महत्तवपूर्ण है और इससे उन्हें क्या फायदा होगा.

किसानों ने व्यक्त किए अपने विचार 

इस दौरान कई किसानों ने अपने विचार भी व्यक्त किए. हलराज हांसी टू एफपीओ ने सदस्य बलराज सिंह ने कहा कि उनके एफपीओ में 123 शेरहोल्डर किसान हैं, जिनका क्लस्टर 12 गांव में फैला हुआ है. उन्होंने कहा कि एफपीओ की मदद से हर गांव में 15-15 किसानों का एक ग्रुप भी बनाया गया है, जहां महिला किसान, भूमिहीन किसान, उत्पादन बनाने वाले किसान सहित कई अन्य लोग मिलकर काम करते हैं. ताकि, साथ मिलकर किसानों को आगे बढ़ाया जा सके और उनके उत्पादों की मार्केटिंग भी की जा सके. उन्होंने कहा कि जब से एफपीओ ऐसे ही लगातार किसानों की मदद करता रहेगा.

'ड्रोन तकनीक बदलेगी खेती की तस्वीर' 

वहीं, हाल ही में ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण लेकर लौटी खरखोदा गांव की महिला किसान अनू ने बताया कि कैसे ड्रोन तकनीक किसानों को फायदा पहुंचाने वाली है. उन्होंने कहा कि पहले खेतों में खाद और यूरिया का छिड़काव करने के लिए पूरा दिन बीत जाता था, लेकिन अब ड्रोन तकनीक से ये काम काफी आसान हो गया है. जिससे किसानों के समय की बचत भी होगी. उन्होंने कहा कि मैनें हाल ही में ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग ली है और मैं इसके बारे में अन्य किसानों को भी जागरूक करूंगी. इस दौरान क्षेत्र में कृषि के विकास और खेती में बेहतरीन कार्यों के लिए कुछ किसानों को सम्मानित किया गया.

क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?

बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.

एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य

MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.

English Summary: MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra reaches Hisar of Haryana Farmers made aware about MFOI Published on: 08 February 2024, 05:54 PM IST

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