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किसानों को सशक्त बनाने की मुहिम: मध्य और पश्चिम भारत जोन की MFOI Kisan Bharat Yatra को झांसी से हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना

MFOI Kisan Bharat Yatra: देश के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस कृषि जागरण द्वारा शुरू की गई 'मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' (MFOI) अवार्ड की पहल के तहत मंगलवार (5 मार्च, 2024) को मध्य और पश्चिम भारत जोन की किसान भारत यात्रा को झांसी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस दौरान आरएलबीसीएयू, झांसी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां काफी संख्या में किसान मौजदू रहे.

बृजेश चौहान
मध्य और पश्चिम भारत जोन की MFOI Kisan Bharat Yatra
मध्य और पश्चिम भारत जोन की MFOI Kisan Bharat Yatra

MFOI Kisan Bharat Yatra: भारत एक कृषि प्रधान देश है. देश के विकास में हमेशा से किसानों का अहम योगदान रहा है. लेकिन उन्हें कभी वह पहचान नहीं मिली, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी. किसानों को उनकी यही पहचान दिलाने के लिए देश के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस कृषि जागरण ने 'मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' (MFOI) अवार्ड की पहल शुरू की है. इसके अंतर्गत, ऐसे किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कृषि क्षेत्र के विकास में अपना अहम योगदान दिया है और लगातार तरक्की कर रहे हैं. किसानों को एमएफओआई पहल से अवगत कराने के लिए कृषि जागरण ने 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा' की शुरुआत भी की है, जो देश के कोने-कोने में जाकर किसानों को 'मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड के बारे में जागरूक करेगी और उन्हें अवार्ड शो में आने को लेकर प्रेरित करेगी.

इसी कड़ी में मंगलवार (5 मार्च, 2024) को मध्य और पश्चिम भारत जोन की 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा' को झांसी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो मध्य और पश्चिम भारत के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को MFOI पहल के बारे में जागरूक करने का काम करेगी. इसके लिए रानी लक्ष्मी बाई कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां किसानों को इस पहल के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे मिलेनियर किसानों को सम्मानित किया गया. 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अशोक कुमार सिंह, कुलपति, आरएलबीसीएयू, कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक एवं निदेशक शाइनी डोमिनिक
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अशोक कुमार सिंह, कुलपति, आरएलबीसीएयू, कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक एवं निदेशक शाइनी डोमिनिक

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अशोक कुमार सिंह, कुलपति, आरएलबीसीएयू शामिल हुए. जिन्होंने खेती में हो रहे लगातार विकास और किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा किए. इनके अलावा, कार्यक्रम में ममता जैन-समूह संपादक एवं सीएमओ, कृषि जागरण, अश्वनी सिंह-महिन्द्रा ट्रैक्टर्स, अमित सिंह-महिन्द्रा ट्रैक्टर्स, अनिल कुमार वर्मा- जैन इरीगेशन सिस्टम्स लिमिटेड, डॉ. अनिल कुमार-निदेशक शिक्षा, आरएलबीसीएयू झांसी, डॉ. एस एस सिंह- निदेशक प्रसार शिक्षा, आरएलबीसीएयू, झांसी, डॉ. जी पी सिंह-निदेशक एनबीपीजीआर, शाइनी डोमीनिक- निदेशक, कृषि जागरण समेत कृषि क्षेत्र से जुड़ी कई कंपनियां, कई कृषि विशेषज्ञ, कृषि विभाग के अधकारी, मिलेनियर किसान और कई प्रगतीशील किसानों ने हिस्सा लिया.

ये भी पढ़ें: MFOI Samridh Kisan Utsav 2024: केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र ने MFOI की पहल को सराहा, बोले- जो किसी ने नहीं सोचा, वो कृषि जागरण ने कर दिखाया

'किसानों को मिलेगी पहचान'

कार्यक्रम की शुरुआत कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड की निदेशक शाइनी डोमिनिक ने सभी का स्वागत करते हुए की. इसके बाद कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे इस बात की खुशी हो रही है की आज मैं उनके बीच हूं, जो देश का पेट भरते हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुद एक किसान परिवार से आता हूं और जब मैं छोटा था, तो मेरा सपना था की मैं अपने गांव का सबसे अमीर किसान बनू. लेकिन, मुझे कभी वो मौका नहीं मिला. न उन्होंने कहा कि देश में कई किसान ऐसे हैं, जो ये सपना देखते हैं. लेकिन, न ही उन्हें कोई मौका दिया जाता है और न ही उनकी मेहनत को सराहा जाता है. उन्होंने कहा किसानों को भी वो प्रोत्साहन नहीं मिला जो उन्हें मिलना चाहिए था. इसी को देखते हुए हमनें MFOI की शुरुआत की है. जिसके तहत, ऐसे किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जो कृषि के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं.

'देश-दुनिया के किसान एक मंच पर होंगे मौजूद'

उन्होंने कहा कि जब बात देश के सबसे अमीर आदमी की होती है तो अंबानी और अडानी का नाम आता है. वहीं, किसानों की बात होती है, तो इस पर कोई चर्चा नहीं होती. लेकिन MFOI की यह पहल देश के ऐसे किसानों को खोजने की है, जो कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल MFOI का भव्य आयोजन हुआ, लेकिन इस साल हमारा लक्ष्य है की हम देश ही नहीं बल्कि दुनिया के भी अमीर किसानों को भारत लाएं और उन्हें एक मंच प्रदान करें. जहां वे भारत के किसानों के साथ अपनी विचार साझा कर सकें. उन्होंने कहा कि MFOI 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुकी है और हमें देश के कोने-कोने से आवेदन आ रहे हैं.

'एमएफओआई किसान भारत यात्रा' को हरी झंडी दिखाते हुए
'एमएफओआई किसान भारत यात्रा' को हरी झंडी दिखाते हुए

'खेती को व्यवसाय के रूप में देखें किसान' 

वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अशोक कुमार सिंह, कुलपति, आरएलबीसीएयू ने कहा कि विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी और पहली जिम्मेदारी किसान हैं. उसके बाद छात्रों की बारी आती है. उन्होंने कहा कि हमारी यूनिवर्सिटी में आज जो छात्र पढ़ रहे हैं, वो कल कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं. लेकिन, विकास तभी होता है जब किसान स्वयं आगे आकर खड़ा होता है और कुछ करने करने की इच्छा रखता है. उन्होंने कहा कि किसानों को ये समझना होगा की खेती सिर्फ खेती नहीं है. हमें उसे व्यवसाय के रूप में भी देखना होगा. तभी हम उससे अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे.

इसके साथ ही उन्होंने खेती में पानी की कमी पर भी अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि देश में पानी की कमी के चलते पहले ही खेती प्रभावित हो रही है. ऐसे में किसानों को कम पानी आधारित खेती करने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है. इससे किसानों की आय में वद्धि होगी. उन्होंने कहा कि हम आगे भी निरंतर किसानों के साथ जुड़ने और उनकी विकास की दिशा में काम करने का प्रयास करेंगे. अंत में उन्होंने, कृषि जागरण द्वारा किसानों को सम्मानित करने की पहल MFOI की सराहना की. उन्होंने इसे किसानों के विकास के लिए एक महत्तवपूर्ण कदम बताया.

MFOI Kisan Bharat Yatra क्या है?

बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.

एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य

MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.

एमएफओआई अवार्ड्स से जुड़ने के लिए करें ये काम

किसानों के अलावा, कृषि क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां और अन्य लोग भी एमएफओआई अवार्ड्स और एमएफओआई समृद्ध किसान उत्सव 2024 का हिस्सा बन सकते हैं. इसके लिए कृषि जागरण आप सभी को आमंत्रित करता है. MFOI 2024 या समृद्ध किसान उत्सव के दौरान स्टॉल बुक करने या किसी भी प्रकार की स्पॉन्सरशिप के लिए आप कृषि जागरण से संपर्क कर सकते हैं. वहीं, अवॉर्ड शो या अन्य किसी भी कार्यक्रम से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए इस गूगल फॉर्म को भरें. अधिक जानकारी के लिए MFOI की आधिकारिक वेबसाइट https://millionairefarmer.in/ पर विजिट करें. इसके अलावा आप दिए गए नंबरों पर भी कॉल कर सकते हैं- कृषि जागरण: 971 114 1270 | परीक्षित त्यागी: 989 133 4425 | हर्ष कपूर: 989 172 4466.

English Summary: MFOI Kisan Bharat Yatra of Central and West India Zone was flagged off from Jhansi Published on: 05 March 2024, 03:02 PM IST

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