कृषि जागरण किसान भाईयों के लिए मौजूदा मौसम को देखते हुए जरूरी सलाह लेकर आता रहता है. ये जरूरी सलाह हम मौसम विभाग द्वारा जारी एग्रोमेट एडवाइजरी के तहत देते हैं. इसी कड़ी में इस लेख में हम गुजरात राज्य के मौसम संबंधी कृषि सलाह की जानकारी आपके साथ साझा करने जा रहे हैं.
गुजरात के किसानों के लिए विशेष सलाह
कोरोना महामारी के कारण किसानों को खेत में कृषि मशीनों और श्रमिकों को संभालते समय सामाजिक दूरी और सुरक्षा सावधानी बरतनी चाहिए. हवा की गति >15 किमी प्रति घंटा अधिक है, इसलिए कीटनाशक के छिड़काव से बचें.
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे रासायनिक स्प्रे और उर्वरक गतिविधि को स्थगित कर दें और अतिरिक्त बारिश के पानी को निकालने के लिए जल निकासी की व्यवस्था करें.
खड़ी फसल के खेत और नर्सरी से अतिरिक्त बारिश का पानी निकाल दें.
भारी बारिश के दौरान जानवरों को बाहर जैसे पेड़ों के नीचे, बड़े भवनों के आसपास न बांधें, ताकि बिजली गिरने से कोई नुकसान न हो. पशु को सुरक्षित स्थान पर रखें और पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण चारे और पीने के पानी की व्यवस्था करें.
आम के युवा पौधों को बारिश से बचाने के लिए सहायता प्रदान करें.
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एग्रोमेट सलाहकार सेवाओं के लिए मेघदूत मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करें और मौसम की भविष्यवाणी की जानकारी लें. ये किसानों को उनकी स्थानीय भाषा में उनके स्थान, फसलों और पशुधन के लिए मौसम आधारित कृषि सलाह प्रदान करेगा.
मछुआरों को सलाह दी जाती है कि इस भारी वर्षा के समय में समुद्री क्षेत्र में न जाएं.
गन्ने की फसल की नई बुवाई के लिए भूमि की तैयारी उचित नमी की स्थिति में की जानी चाहिए. गहरी जुताई करके मिट्टी को समतल करें. रोपण अक्टूबर से फरवरी तक करना चाहिए.
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