भारत और साइप्रस के कृषि मंत्रियों ने नई दिल्ली मॆं कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए पहले से हुए समझौता ज्ञापन के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना वर्ष 2017-18’ पर हस्ताक्षर किया। भारत की तरफ से केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने और साइप्रस की तरफ से कृषि, ग्रामीण विकास तथा पर्यावरण मंत्री निकोस कौयलिस ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस कार्य योजना में सूचना के आदान-प्रदान, दोनों देशों के विभिन्न संस्थानों में विशिष्ट क्षेत्रों में कार्यरत वैज्ञानिकों/विशेषज्ञों के लिए प्रशिक्षण/विचार-विनमय कार्यक्रम, जर्म प्लाज़मा एवं प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान तथा निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने आदि के लिए संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं के संचालन, संयुक्त कार्यशालाओं एवं सम्मेलनों के आयोजन जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है ।
केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री ने साइप्रस के कृषि, ग्रामीण विकास तथा पर्यावरण मंत्री, श्री निकोस कौयलिस का स्वागत करते हुए यह उल्लेख किया कि भारत और साइप्रस के सदैव मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। दोनों देशों ने अंतर्राष्ट्रीय मामलों में एक-दूसरे के दृष्टिकोणों का समर्थन किया है ।
राधा मोहन सिंह सिंह ने जानकारी दी कि भारत ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में काफी प्रगति की है । यह क्षेत्र अभी भी लोगों की आय का प्रमुख स्रोत है । सरकार खादयान्नों की बढ़ती मांग पूरा करने के लिए न केवल कृषि उत्पादन में तेजी से वृद्धि कर रही है बल्कि कृषि पर निर्भर लोगों की आय में भी वृद्धि कर रही है। सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस संबंध में किए गए प्रयासों पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश भी डाला।
केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार ने न केवल व्यापार एवं निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए बल्कि वर्षों से अर्जित जानकारी को बांटने और समान विचारधारा वाले देशों के साथ संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया है । श्री सिंह ने साइप्रस के कृषि, ग्रामीण विकास एवं पर्यावरण मंत्री को भारत आने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि इस दौरे से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत हुए हैं।
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