एम सी डोमिनिक, प्रबंध निदेशक, डीएसआर एग्री मीडिया और कृषि जागरण और एग्रीकल्चर वर्ल्ड के प्रधान संपादक को आज रामचंद्रन कदन्नपल्ली,पोर्ट्स, म्यूजियम, पुरातत्व और अभिलेखागार मंत्री, केरल सरकार द्वारा आयोजित एक समारोह में मीडिया उद्यमिता उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है. इस पुरस्कार का गठन बिसगेट्स द्वारा किया गया है, जो केरल के प्रमुख उद्यमिता प्रोत्साहन मंच में से एक है. निर्णायक समिति ने पिछले 25 वर्षों से भारतीय किसानों की आवाज बनने के लिए एम सी डोमिनिक के प्रयासों को सराहनीय बताया. समिति ने उन्हें 12 भाषाओं में कृषि पत्रिकाओं को प्रकाशित करने के लिए उनकी प्रशंसा की जोकि एक करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचती है.
गौरतलब है कि 90 के दशक में प्रिंट मीडिया कुछ पत्र - पत्रिकाएं कृषि से जुड़ी हुई विषयों पर आलेख प्रादेशिक स्तर पर प्रकाशित कर रही थीं. इन्हीं सभी पहलुओं के मद्देनज़र कृषि क्षेत्र हेतु राष्ट्रीय स्तर पर पत्रिका प्रकाशित करने का विचार एम सी डोमिनिक के मन में आया. तत्पश्चात 5 सितंबर, 1996 को हिन्दी में ‘कृषि जागरण’ के नाम से कृषि पत्रिका निकाली. उसके बाद से यह सिलसिला निर्बाध रूप से अनवरत आगे बढ़ता गया. आगे चलकर 1998 में पंजाबी, 2013 में गुजराती, 2014 में मराठी, 2015 में एग्रीकल्चर वर्ल्ड (अंग्रेजी में), 2015 में कन्नड और बंगाली, 2016 में तमिल, तेलुगु, आसामी, मलयालम और ओडिया प्रकाशित की.
आज कृषि जागरण पत्रिका 23 संस्करण के साथ निकलने वाली भारत की सर्वाधिक वितरित होने वाली मासिक ग्रामीण कृषि पत्रिका है. बहुभाषी पत्रिका होने की वजह से इस पत्रिका का नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में भी दर्ज है. कृषि जागरण ही ऐसी इकलौती कृषि पत्रिका है जोकि 12 भाषाओं में 23 संस्करण के साथ निकलती है. इसके भारत के 22 राज्यों में पाठक होने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पाठक हैं.
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