गर्मी के सीजन में आम खाने की चाह हर कोई रखता है. आम को फलों का राजा भी कहा जाता है क्योंकि स्वाद में उसका कोई मेल नहीं, फिर आम पक्का हो या कच्चा, स्वाद दोनों का हमने उतना ही लुभाता है. कच्चे आम से बनी चटनी, आम पन्ना आदि हमें लू, पेट की बीमारी से राहत दिलाता है, तो वहीं ब्लड सर्कुलेशन को सही और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है. मगर आम भी अब आम जनता की जेब पर भारी पड़ रहा है, इसका कारण देश में पड़ रही भीषण गर्मी को बताया जा रहा है.
उत्पादन में 80 फीसदी की कमी
आम का हब कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश में इस साल आम की फसलों को भारी नुकसान झेलना पड़ा, भीषण गर्मी की वजह से 80 फीसदी आम की फसल बर्बाद हो गई है. जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. बता दें कि भारत में आम के कुल उत्पादन का 23.47 फीसदी केवल उत्तर प्रदेश में उपजाया जाता है. अब फसल बर्बाद होने की वजह से आम की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है, तो वहीं इसका असर अब निर्यात में भी पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
आम की कीमतें पहुंच सकती है 100 के पार
आम की फसल खराब होने के कारण ऑल इंडिया मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन ने कहा है कि इसका सीधा असर आम की विभिन्न किस्मों की कीमत पर पड़ेगा. जिनमें से प्रत्येक की कीमत 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम से कम नहीं होगी. एसोसिएशन ने यह भी कहा कि 10 जून के आसपास प्राकृतिक रूप से पके हुए आम बाजार में आते ही 100 रुपये किलो से बिकने लगेंगे.
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आम आदमी पहले से ही मंहगाई की मार झेल रहा है, मंहगाई ने रसोई से लेकर बाजारों तक अपने पैर पसारे हुए हैं. अब आम की कीमतों में भी इजाफा होने से आम जनता की परेशानियां और बढ़ती नजर आ रही है.
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