उत्तर प्रदेश में बुधवार को आए तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि के वजह से तैयार हो रही आम की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। राज्य के कई इलाकों में जहां आंधी से जान-माल का नुकसान हुआ है वहीं इसकी वजह से कई इलाकों में आम की खेती बर्बाद हो गया है। वहीं मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में दो दिन में फिर से आंधी की आशंका जताई है।
किन जगहों पर आंधी का ज्यादा प्रभाव
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है, राज्य में आम की सबसे ज्यादा पैदावार मलिहाबाद, काकोरी और सहारनपूर में होती है। और बुधवार को आए आंधी से सबसे ज्यादा नुकसान सहारनपुर में आम की फसलों को हुआ है। इसके साथ ही पीलीभीत, मुजफफ्नगर,बरेली,रामपुर और सीतापुर में भी आम की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
क्या और कितना नुकसान
बुधवार को आए प्राकृतिक आपदा के चलते आम की 50 फीसदी से ज्यादा की फसलें बर्बाद हो गई हैं। बागवानों ने आम के सीज़न के लिए अपने बागों की नीलामी उंची कीमत पर की थी जिससे अब उनको नुकसान का सामना करना पड़ेगा। वहीं भारतीय आमों की मांग विदेशों में भी ज्यादा है लेकिन इस वर्ष इसमें भी नुकसान हो सकता है। वहीं आम की पैदावार कम होने से इस सीज़न में आम की किमतें बढ़ सकती हैं।
प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी
आंधी से प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों द्वारा राहत और बचाव कार्य तत्काल प्रभाव से जारी है। मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट किया है। और अधिकारियों को राहत प्रदान सुनिशिचत करने को कहा है। साथ ही उत्ततर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए निर्देश दिए हैं।
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