नई दिल्लीः मध्यप्रदेश के पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में तीसरी पायदान पर पहुंच गया है। आर्य ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह मध्यप्रदेश को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम है कि पिछले 10-12 साल पहले मध्यप्रदेश जहां दुग्ध उत्पादन में देश में छठे-सातवें और गत वर्ष चौथे नम्बर पर था, आज तीसरे पायदान पर आ गया है।’’
उन्होंने मध्यप्रदेश को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए बधाई दी। आर्य ने कहा कि दुग्ध और सांची उत्पादों की गुणवत्ता और मात्रा में बढ़ोत्तरी का कारण पिछले वर्ष दुग्ध संकलन केन्द्रों और मिल्क रूट संख्या में बढ़ोत्तरी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम मेहनत कर रहे हैं। हमें मेहनत जारी रखते हुए इसे शीर्ष पर लाना है।’’ आर्य ने कहा कि राज्य का वर्ष 2022 तक कृषि आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य है, जिसमें पशुपालन विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारतीय संस्कृति में पशुधन सदैव महत्वपूर्ण रहा है। आज पढ़े-लिखे नौजवान डेयरी उद्योग में आगे आ रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने सांची घी की 5 किलोग्राम एवं 15 किलोग्राम की अत्याधुनिक पैकिंग का शुभारंभ किया। यह घी मध्यप्रदेश को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन का उत्पाद है। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव अजीत केसरी ने बताया कि इस वर्ष दुग्ध संग्राहक किसानों को करीब 200 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया। यह दुग्ध संकलन के लिए अब तक का किया गया सर्वाधिक भुगतान है।
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