वैसे तो आपने बहुत-सी गज़ब की फिल्में देखी होंगी, जिसमें एक्शन, रोमांच, प्यार से लेकर बदले तक की चीज़ों को दर्शाया होता है, लेकिन क्या कभी आपने ये सब रियल दुनिया में देखा है. शायद नहीं देखा होगा, लेकिन अभी जान लीजिये कि कर्नाटक में एक किसान की बदला लेने वाली एक खबर तेज़ी से वायरल हो रही है. जहां उसने दुनिया हिलाकर रख दी है. तो आइये बताते हैं कि इस रियल बदले की पूरी कहानी क्या है?
क्या था पूरा मामला (What was the whole matter)
बता दें कि कर्नाटक के एक किसान ने महिंद्रा के शोरूम (Mahindra Showroom) में एक सेल्समैन द्वारा अपमानित किए जाने के बाद फिल्मी बदला लिया है. कथित तौर पर, किसान की महिंद्रा एसयूवी (Mahindra SUV) खरीदने में दिलचस्पी थी. हालांकि, जब उसने अपनी रुचि व्यक्त की, तो सेल्समैन ने उसका मज़ाक उड़ाया और कहा कि उसके पास जेब में 10 लाख तो छोड़ो 10 रुपये नहीं होंगे.
तभी किसान नाराज हो गया और उसने सेल्समैन से SUV को 30 मिनट में डिलीवरी के लिए तैयार रखने को कह डाला और इतने में ही 30 मिनट के अंदर किसान कैश लेकर शोरूम पहुंच गया.
फिर सेल्समैन और किसान के बीच जबरदस्त नोकझोंक हुई और आखिरकार पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा. पूरी घटना का दृश्य ट्विटर पर साझा किया गया और यहां तक कि आनंद महिंद्रा को भी नाराज लोगों ने नेटिज़न्स द्वारा टैग कर दिया.
क्या कहता है भारतीय संविधान (What does Indian Constitution say)
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 में कहा गया है कि "राज्य किसी भी व्यक्ति को कानून के समक्ष समानता या भारत के क्षेत्र में कानूनों के समान संरक्षण से वंचित नहीं करेगा". इसका मतलब यह है कि हर व्यक्ति के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और धर्म, जाति, लिंग, जन्म स्थान आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. .
जैसा की आपको हमने अभी बताया, कर्नाटक में एक किसान को इसी तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ा, जब उसे महिंद्रा शोरूम के एक सेल्समैन ने कार लेने से मना कर दिया था.
कौन है यह किसान (Who is this farmer)
बता दें कि घटना की सूचना तमकुरु से मिली और किसान की पहचान चिक्कासंद्राहोबली के रामनपाल्या निवासी 'श्री केम्पेगौड़ा आरएल 'के रूप में हुई है. श्री केम्पेगौड़ा और उनके दोस्त एक एसयूवी बुक करने के लिए महिंद्रा शोरूम गए थे. जहां महिंद्रा शोरूम के सेल्स एग्जीक्यूटिव Mahindra Showroom Sales Executive) ने यह दावा करते हुए समूह को भगा दिया कि किसान के पास “10 रुपये नहीं होंगे, 10 लाख तो रहने ही दो”. यह सब सुनते ही किसान फिल्मी स्टाइल में 30 मिनट के अंदर 10 लाख रुपये लेकर शोरूम पर आ गया.
किसान ने सेल्समैन से तब क्या बोला (What did the farmer say to the salesman then)
किसान ने सेल्समैन को चुनौती दी कि अगर वह नकद रुपये लाता है, तो उसी दिन एसयूवी को डिलीवरी के लिए तैयार रखें. सेल्स एग्जीक्यूटिव ने बात हलके में लेते हुए किसान को आगे बढ़ने के लिए कहा क्योंकि तब तक बैंक बंद हो चुके थे. फिर भी एक घंटे से भी कम समय में किसान रुपये लेकर शोरूम पर वापस आ गया.
एसयूवी की डिलीवरी नहीं हो सकी (SUV could not be delivered)
हालांकि, उसी दिन कार डिलीवरी के लिए तैयार नहीं थी. सेल्स एग्जीक्यूटिव ने बताया कि शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के कारण वे डिलीवरी नहीं दे पाएंगे. इसके अलावा, एसयूवी की लिस्ट इतनी लंबी थी कि उसकी डिलीवरी में चार दिन से अधिक समय चाहिए था. वहीं पहले से ही अपमानित किसान शोरूम के सेल्स स्टाफ पर और भड़क गया.
तभी किसान ने पुलिस को फोन किया और शिकायत की. जिसके बाद दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई और किसान और उसके दोस्तों ने शोरूम छोड़ने से इनकार कर दिया था. बाद में पुलिस ने उन्हें मना लिया और उन्हें शोरूम छोड़ने के लिए राजी किया.
वाहन ख़रीदने में खोई रुचि (Lost interest in buying a vehicle)
जहां तक एसयूवी का सवाल है, श्री केम्पेगौड़ा ने विवाद के बाद खरीदारी करने में रुचि खो दी है. एक रिपोर्ट में उनका कहना है कि "मैंने सेल्स एग्जीक्यूटिव और शोरूम के अधिकारियों से मुझे और मेरे दोस्तों को अपमानित करने के लिए लिखित माफी मांगने के लिए कहा है. अब, मैंने वाहन खरीदने में रुचि खो दी है".
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