नई दिल्ली: किसानों की सोशल नेटवर्किंग साइट कृषिफाई का इलेक्ट्रोनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) द्वारा प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (पीओपी) पोर्टल के साथ समायोजन कर लिया गया है.
ई-एनएएम एक भारतीय व्यावसायिक कृषि पोर्टल है जो किसानों, व्यापारियों और बिचौलियों के लिए कृषि से संबधित सामग्रियों की खरीद-परोख्त और खेतीबाड़ी में सलाह के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है. अब कृषिफाई के एकीकरण के साथ ये किसानों के लिए सलाहकार की भूमिका भी निभाएगा.
एक सेवा प्रदाता के रूप में कृषिफाई अपने सोशल नेटवर्क पर 1 करोड़ से अधिक किसानों को जोड़ चुका है. कृषिफाई का ई-एनएएम के साथ विलय होने पर अब इसकी पहुंच देश के 14 करोड़ किसानों तक होगी. सोशल नेटवर्किंग साइट से जुड़े कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ किसानों को खेती और फसल सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए तुरंत समाधान देते हैं.
ई-एनएएम प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ने के बाद देश के किसानों को वित्तीय साक्षरता, सरकारी योजनाएं और बाजार की अंतदृष्टि समझने के लिए प्रासांगिक जानकारी साक्षा की जाएगी. यह किसानों और कृषि व्यवसाय से जुड़े पेशेवरों के लिए एक पुल का कार्य करेगा.
गुरुग्राम स्थित कंपनी कृषिफाई के सीईओ और सह-संस्थापक राजेश रंजन इस विलय पर कहना है कि यह निर्णय हमें देश के लाखों किसानों के लिए सूचना की खाई को पाटेगा. सोशल नेटवर्किंग साइट का ई-एनएएम पोर्टल के साथ विलय देश के एक बड़े वर्ग की कृषि सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के हमारे लक्ष्य को और करीब लाया है.
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सीईओ और सह-संस्थापक का कहना है कि कंपनी प्रबंधन का यह निर्णय देश के कृषि व्यवसाय और किसानों तक पहुंचने में मदद करेगा.
ई-एनएएम का संचालन कृषि मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है. यह एक इलेक्ट्रोनिक ट्रेडिंग पोर्टल है जो मौजूदा समय में खेतीबाड़ी से जुड़े व्यवसाय को सुगम बनाने के लिए देश के किसानों को एक नेटवर्क से जोड रहा है.
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