एक बार फिर दिल्ली में किसान आंदोलन होने की खबरें तेज हो गई हैं. क्योंकि किसान संगठन ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत के आयोजन का ऐलान किया है. ऐसे में देश के कई राज्यों से किसान दिल्ली का रुख करने लगे हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.
क्या एक बार फिर होगा किसान आंदोलन?
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 22 अगस्त यानी आज सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत के आयोजन का ऐलान किया गया है. बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने इस महापंचायत के लिए दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी थी. लेकिन दिल्ली पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगाकर जंतर मंतर पर प्रोटेस्ट की इजाजत नहीं दी है.
किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना
बता दें कि अभी नई दिल्ली के सभी इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है. हालांकि किसान महापंचायत के लिए अलग-अलग राज्यों से किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हो गया है. ऐसे में पुलिस-प्रशासन टिकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर समेत सभी इलाकों में अलर्ट मोड पर है.
सभी बॉर्डरों पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिए गए हैं. किसानों की महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है. इसमें संसद मार्ग, अशोका रोड, जनपथ समेत कई रास्तों के इस्तेमाल से बचने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही मेट्रो को भी हाई अलर्ट पर रखते हुए भारी पुलिस तैनात कर दी गई है.
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किसानों की क्या है मांग?
संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठनों का कहना है कि सरकार ने वादा करने के बाद भी किसानों की मांगें अभी तक नहीं मानी है.संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि MSP गारंटी कानून बने.
इसके साथ ही किसान संगठनों की मांग है कि लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले और जेलों में बंद किसानों की रिहाई के साथ ही किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मुकदमें वापस लिए जाएं हो.
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