उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के कृषि भवन सभागार में बुधवार, 21 अगस्त, 2024 को मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न योजनाओं के जरिए किसानों के सशक्तिकरण पर जोर दिया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी योजनाओं का लाभ किसानों को प्राथमिकता पर उपलब्ध कराएं. जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने अपनी-अपनी समस्याएं बताई जिसको मुख्य विकास अधिकारी ने जल्द से जल्द निस्तारण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.
कृषि संबंधित अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा किसान इस योजनाओं से अधिक से अधिक लाभ उठाएं. जो किसान इस बैठक में नहीं आए हैं, किसान भाई अपने-अपने संबंधित किसानों को भी कृषि संबंधित समस्त योजनाओं बारे में अवगत करायें. उप कृषि निदेशक मनीष कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत 25 अगस्त तक बीमा करने के लिए किसानों को प्रेरित किया.
धान की फसल का समय
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि बिजली विभाग से संबंधित अधिक शिकायत आने पर अभिनेताओं को निर्देश दिया गया कि यह धान की फसल का समय है. इस दौरान सिंचाई की आवश्यकता अधिक है. इसलिए इस बात को विशेष रूप से ध्यान रखें कि कहीं बिजली खराब होती हो तो जल्द से जल्द ठीक कर दें. जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि धान की फसल में जिंक और सल्फर का छिड़काव किसान अवश्य करें.
वही, किसानों ने बताया कि सरकारी नलकूप या उसकी नाली, कुलावा में दिक्कत होने पर समय पर बन नहीं पता है. ऐसे में किसान सिंचाई की वैकल्पिक व्यवस्था करते हैं. इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नलकूप खंड के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि इस शिकायत को गंभीरता से लेकर समय से समाधान सुनिश्चित करें.
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शिकायत पर तुरंत होगी कार्रवाई
किसानों ने सामूहिक रूप से बताया कि उद्यान विभाग की योजनाओं से संबंधित आवेदन विभाग स्तर पर आवेदन अधिक समय तक लंबित कर देने से किसानों को समय से लाभ नहीं मिल पाता है. इस विषय पर मुख्य विकास अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए उद्यान अधिकारी को कड़ी चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि किसान आवेदन करते हैं तो विभाग स्तर से लंबित नहीं होना चाहिए. इसकी समीक्षा की जाएगी और शिकायत सही मिली तो इस पर कार्रवाई तय है. किसानों से कहा कि सरकार ने ऑनलाइन आवेदन के जरिए पारदर्शी व्यवस्था दी है. कम से कम नए किसान ऑनलाइन आवेदन स्वयं करें, दूसरों पर निर्भर न रहे. उसके बाद विभाग स्तर पर आवेदन लंबित रहा तो संबंधित अधिकारी का जवाबदेही मैं तय करूंगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बैठक में कृषि उपनिदेशक, जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, कृषि संबंधी जिला स्तर के अधिकारी, और बहुत से किसान मौजूद रहे.
लेखक: रबीन्द्रनाथ चौबे, ब्यूरो चीफ, कृषि जागरण, बलिया, उत्तर प्रदेश
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