27 जुलाई 2022 को गुरुग्राम के कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) ने जल संरक्षण के लिए एक अभियान शुरू किया. जिसका नाम किसान मेला जल शक्ति अभियान -2022 रखा गया है. इस मिशन का उद्देश्य है कि जल को बचाएंगे, सबको जल संरक्षण का महत्व समझाएंगे रखा गया.
कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के इस कार्यक्रम की शुरूआत में कृषि जागरण के सीओओ डॉ पंत और मुख्य अतिथि बी.एस तोमर के साथ अन्य अधिकारियों ने प्रोग्राम का दौरा किया. बता दें कि इस प्रोग्राम में 13 अलग-अलग तरह के स्टॉल लगाए गए, जिसमें से कृषि जागरण का भी एक स्टॉल मौजूद रहा. यह कार्यक्रम हरियाणा के गुरुग्राम शहर में आयोजित किया गया. इस किसान मेला कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए KVK की अध्यक्ष डॉ. अनामिका शर्मा ने बरसात के पानी को जमा करने के लिए लोगों को प्रेरित किया.
इसके बाद कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ. जगबीर सिंह ने किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें किसान पंजीकरण करवाने का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि तभी आप सब लोग आगे बढ़ सकते हैं और साथ ही परिवार पहचान-पत्र के बारे में, मेरा फसल ब्योरा में भी लोगों को जागरूक किया.
इसी के साथ उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना की आखिरी तारीख पास आने को है, इसलिए सभी किसानों को जल्दी ही इस योजना की ई-केवाईसी करवाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने मेरा पानी मेरी विरासत योजना से कैसे उन्हें फायदा होगा, इसके बारे में भी बताया. इस प्रोग्राम में शामिल हुए बच्चों के उत्साह को देखते हुए उन्होंने कहा कि आप सब बच्चे भी सरकारी योजना का लाभ सरलता से उठाकर लाभ कमा सकते हैं. जिसके लिए आपको बस किसान के खेतों से सैंपल (samples from the fields) लेना होगा और साथ ही आपको उस किसान से 10 रुपए की सैम्पल फीस लेनी होगी, लेकिन ध्यान रहे कि आपको यह सैंपल 600 अलग-अलग खेतों में से लेने हैं. इसके बाद ही बच्चों को इस कार्य के 24 हजार रूपए दिए जाएंगे. अंत में उन्होंने गुरुग्राम के KVK केंद्र से स्वागत के तौर पर दिया गया तोहफा इस कार्यक्रम की सबसे बुजुर्ग महिला को दिया.
छोटे-छोटे प्रयास से पानी को बचाएं (save water with little effort)
डॉ.प्रगाति सिंह ने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हम सब को पानी को एकत्रित करने के लिए कई तरह के प्रयास करने होंगे. इसके लिए आप सब पानी को नालियों में बहने से रोकें. आप सब पानी को ऐसी जगह पर रोकें, जहां इसका सही तरह से इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा हमें ऐसी खेती करने से बचना चाहिए, जिसमें पानी की मात्रा सबसे अधिक लगती है, इसलिए किसानों को अपने खेत में धान की खेती (Paddy farming) की बजाए अन्य दूसरी खेती को करना चाहिए. हमें पानी को बचाने के लिए छोटे-छोटे प्रयास करने चाहिए. जैसे कि मिट्टी के अंदर फसल के अवशेष डालें, छत के पानी को एक जमा करें और खेत में पानी को रोकें.
सही समय पर सही चीजों का करें चुनाव (choose the right things at the right time)
कृषि जागरण के सीओओ डॉ. पीके पंत ने कहा कि सही समय पर सही चीजों का चुनाव करना बहुत जरूरी है. हमें पानी की वस्तु को पहचाना चाहिए. इसके लिए हम सब को साथ मिलकर कार्य करना होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऐसी बहुत कम पत्रिका हैं, जिसमें पानी व किसानों के फायदे के लिए तैयार किया गया है. इन्हीं पत्रिका में से कृषि जागरण की पत्रिका है, जो देश के किसान भाइयों के हित में कार्य करती है और आगे भी करती रहेगी. इसके अलावा उन्होंने प्राकृतिक खेती (Natural farming) करने के लिए किसानों को बढ़ावा दिया. उन्होंने यह भी कहा कि हम सब को जमीन से जुड़कर रहना चाहिए. अंत में उन्होंने सब लोगों से आग्रह किया कि पानी को संचित करें. अन्यथा हम आने वाले समय में खेती नहीं कर पाएंगे.
बीएस तोमर, संयुक्त निदेशक ने किसान मेला के इस जल शक्ति अभियान में सभी को नमन करते हुए कहा कि भारत सरकार की योजनाएं किसानों के लिए बहुत लाभदायक होती है. हम इन कई योजनाओं को लागू करके आप सब लोगों को परेशान करते रहते हैं, लेकिन यह सब योजनाएं आप सब लोगों के लिए ही हैं. आगे उन्होंने कहा कि गुरुग्राम शहर में इस बार बारिश बहुत कम हुई है, लेकिन शहर में बारिश के चलते पानी ही पानी होता है, लेकिन गांव में पानी-पानी नहीं दिखता है. देखा जाए, तो 2 से 3 बार की वर्षा में सारा पानी गिर जाता है. पानी की गुणवत्ता को समझाने के लिए गुरुग्राम के KVK ने इस मिशन को शुरू किया है.
आज के समय में भी महिलाएं सिर पर पानी लाती हैं (Even in today's time, women bring water on their heads)
इसके अलावा बीएस तोमर ने कहा कि आज भी हमारे देश में ऐसी स्थिति है कि महिलाएं और लड़कियां कई किलोमीटर दूर से सर पर मटका रखकर पानी लाती हैं. ये ही नहीं आज भी कई घरों में नल नहीं हैं. अभी भी वह सब कुछ गांव के लोग सामूहिक नल का प्रयोग करते हैं. इन सब परेशानियों को देखते हुए सरकार अब धीरे-धीरे बदलाव कर रही है, इसलिए आज हम सब के पास जो पानी है, उसका सही तरह से इस्तेमाल करना चाहिए. पानी की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हमें इसकी शुरुआत अपने घर से ही करनी होगी. घर के पानी को बेकार में इस्तेमाल ना करें. आज के समय में लोग कपड़े धोने, सेविंग करने, ब्रश करते समय पानी को ऐसे ही बर्बाद करते हैं. आप सब लोग जानकर हैरान होंगे कि मैंने अपनो घर के कई लोगों को पानी बचाने के लिए खुद हाथ से काम करना सिखा दिया है.
आज के इस मिशन में मौजूद बच्चों को संकल्प करना है कि पानी की हम पानी को बचाएंगे. इसी के साथ उन्होंने किसानों को भी कहा कि खेत का पानी खेत में खेत की मिट्टी खेत में इस बात का लक्ष्य रखना चाहिए. 50 सालों में पानी 3 गुना नीचे चला गया है. इन 50 सालों में इतना बड़ा परिवर्तन हम सबको विचार करने पर मजबूर कर देता है कि आने वाले समय में हमारे बच्चे क्या खेती करेंगे. जब पानी ही नहीं होगा.
अंत में उन्होंने बेटियों को लेकर कहा कि हम सबको बेटियों को भी स्वतंत्रता देनी चाहिए, ताकि वह आगे बढ़कर अपनी पहचान बना सकें. मैंने अपनी बेटी को आगे बढ़ने की पूरी स्वतंत्रता दी है. इसी तरह से आप सब लोग भी अपनी बेटियों को स्वतंत्रता दें. समाज में लोगों को बेटियों के प्रति अपनी सोच में बदलाव लाना होगा और सभी बेटियों को सम्मान दें.
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