किसान अक्सर खेतीबाड़ी के अलावा कुछ ऐसा करना चाहते हैं, जिससे उनकी आय तेज़ी से बढ़ सके और उन्हें दोगुना मुनाफा भी हो. इसी क्रम में बत्तख पालन किसानों के लिए एक बेहतर और मुनाफे का सौदा है.
यह कारोबार आज के समय में अधिकतर किसान करना पसंद करते हैं. इसका मुख्य कारण और भी है. इसमें लागत कम लगती है और आमदनी अधिक होती है, लेकिन कहते हैं ना की बिना चुनौती कोई भी काम सफल नहीं होता. वैसे ही बत्तख पालकों के लिए भी सबसे बड़ी चुनौती है बत्तखों में होने वाली बीमारी. बत्तखों में प्लेग नामक बीमारी बहुत आम है. जिसको लेकर कारोबारी काफी चिंतित रहते हैं. वहीँ अब इसको लेकर एक बेहतर खबर सामने आई है. आपको बता दें कि इस बीमारी को लेकर भारत में पहला टीका लॉंन्च कर दिया है.
स्वदेशी डक प्लेग टीका लॉन्चिंग समारोह (Duck Plague Vaccine Launching Ceremony)
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) की ओर से विकसित स्वदेशी डक प्लेग टीका एवं मुर्गियों की सुरक्षा के लिए विकसित की गयी नैदानिक किट सहित तीन तकनीकें शनिवार को दिल्ली में रिलीज किया गया.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के 93वें वार्षिक जनरल बैठक ने इस तकनीक को रिलीज किया गया. साथ ही यह भी कहा गया कि यह बत्तख और बत्तख पालकों के लिए बहुत बड़ी खबर है. अक्सर उन्हें अपने बत्तखों में यह बीमारी देखने को मिलती है, जिस वजह से उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है.
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समारोह में उपस्थित अतिथिगण
सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि टीके एवं नैदानिक किट लॉन्चिंग होने के बाद कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्य मंत्री, पशुपालन और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम रूपाला सहित गुजरात, हिमाचल प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश के कृषि मंत्री और आईसीएआर के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्रा मौके पर मौजूद रहे. बत्तख प्लेग टीका को विकसित करने वाले डॉ. सत्यव्रत दंडपत, मुर्गियों में रानीखेत बीमारी की नैदानिक विकसित करने वाले डॉ. सी मदन मोहन एवं मुर्गियों में गम्बोरो बीमारी की नैदानिक डॉ. सोहिनी डे की किट को रिलीज किया गया.
इस अवसर पर भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त भी उपस्थित रहे. आईवीआरआई के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि यह संस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि है. साथ ही यह भी बताया की आने वाले पांच सालों में 22 नई वैक्सीन तैयार की जानी है. जिसको लेकर काम शुरू कर दिया गया है.
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