भारत के साथ कृषि संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए इजरायल मध्य प्रदेश में दो कृषि शिक्षा केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। मुंबई में इजरायल के महावाणिज्य दूत याकोव फिंकलस्टीन ने कहा कि भारत और इजरायल कृषि और जल के क्षेत्र में अपनी साझेदारी और सहयोग को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इन प्रयासों के तहत मध्य प्रदेश में और दो कृषि शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे भारत में कृषि क्षेत्र में चमत्कार हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कृषि केंद्र सीहोर और शाजापुर में खोले जाने की योजना है।
फिंकलस्टीन ने कहा कि सीहोर जिले में फूलों से संबंधित कृषि केंद्र और शाजापुर में संतरों की खेती से संबंधित केंद्र खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों से संबंधित प्रस्ताव अभी केंद्र सरकार के विचाराधीन है। इन दोनों केंद्रों में इजरायल की विशेषज्ञता और तकनीक किसानों के साथ साझा की जाएगी। अभी देश में इस तरह के 20 केंद्र काम कर रहे हैं जबकि 28 केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश भारत का दिल है और इसे इजरायल के साथ जोडऩे की जरूरत है। महावाणिज्य दूत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के एकदूसरे के देशों का दौरा करने के बाद दोनों देशों के संबंधों में गरमाहट आई है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू के साथ इजरायल का सबसे बड़ा कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भारत आया था और उसके बाद से स्मार्ट सिटी विकास और नवाचार प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ रहा है।
इससे पहले फिंकलस्टीन ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट की और उन्हें 20वीं अंतरराष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी एग्रीटेक 2018 में शामिल होने के लिए इजरायल आने का निमंत्रण दिया। प्रदर्शनी का आयोजन 8 से 10 मई तक तेल अवीव में होगा। इसमें इजरायल में हुए कृषि उत्पादन के अभिनव प्रयासों की जानकारी मिलेगी।
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