इस समय किसान बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के साथ कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन की मार भी झेल रहा है. किसानों के इसी समस्या को देखते हुए हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष शैलजा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक खत लिखकर किसानों की समस्या का समाधान करने को कहा है. उन्होंने कहा है की किसान लॉक डाउन के चलते अपनी फसल का कर्ज भी डेड लाइन के अंदर नहीं जमा कर पा रहा है. उनकी फसल भी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बेकार हो चुकी है. इसलिए सरकार को चाहिए कि राष्ट्रीय और सहकारी बैंकों के द्वारा किसानों को दिए हुए कर्ज माफ़ करें.
उन्होंने अपने खत में कहा है कि सरकार स्पष्ट रूप से जारी करे की किसान लॉक डाउन के समय क्या कर सकता है और क्या नहीं. पुलिस को तब तक किसानों पर रोक नहीं लगाना चाहिए जब तक की किसान सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अंदर काम कर रहें हैं. क्योंकि इस समय किसानों के पास सही रूप से जानकारी नहीं पहुंच पा रही है की लॉक डाउन में उनके लिए कितनी सीमा तक छूट दी गई है. जिसके चलते किसानों को दिक्क़ते उठानी पड़ रही हैं. इसी समय किसान फसल कटाई भी करता है. सरकार को इस समय किसानों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि किसानों की सहायता के लिए सरकार 24 घंटे के अंदर ही वांर रूम और टोल फ्री नंबर जारी करे. जिससे किसानों को उनके अधिकार, सरकार द्वारा नए बनाए गए नियम, अनाज के परिवहन और फसल खरीद की सही जानकारी प्राप्त हो सकें. पत्र के माध्यम से उन्होंने सुझाव दिया कि खरीददार न उपस्थित होने पर फसल का समर्थन मूल्य पर खरीददारी करे और फसल कटाई को मनरेगा के अंतर्गत जोड़ा जाए. मनरेगा के तहत मजदूरों को फसल कटाई का भुगतान हो.
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