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भारत का ड्रैगन फ्रूट पहुंचा लंदन, जानिए कृषि से संबंधित अन्य बड़ी खबरें

विदेशी फलों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए, गुजरात और पश्चिम बंगाल के किसानों से प्राप्त किए गए फाइबर और खनिज से समृद्ध ड्रैगन फ्रूट की खेप को पहली बार लंदन और बहरीन में निर्यात किया गया. इससे पहले जून में, भी ’ड्रैगन फ्रूट’ की एक खेप महाराष्ट्र के सांगली जिले से एपीडा के निर्यातकों ने दुबई निर्यात की थी.

KJ Staff
Dragon Fruit
Dragon Fruit

विदेशी फलों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए, गुजरात और पश्चिम बंगाल के किसानों से प्राप्त किए गए फाइबर और खनिज से समृद्ध ड्रैगन फ्रूट की खेप को पहली बार लंदन और बहरीन में निर्यात किया गया. इससे पहले जून में,  भी ’ड्रैगन फ्रूट’ की एक खेप महाराष्ट्र के सांगली जिले से एपीडा के निर्यातकों ने दुबई निर्यात की थी.

फसल नुकसान पर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है: तोमर

डीएमके सांसद एसआर पार्थिबन ने लोकसभा में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री से पूछा कि क्या सरकार ने पिछले तीन वर्ष के दौरान फसलों को हुए नुकसान से पहले और बाद में कोई आकलन या सर्वेक्षण किया है?  इस पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आपदा प्रबंधन की प्राथमिक जिम्मेदारी राज्य सरकारों की है. साथ ही गंभीर प्रकृति की आपदा के मामले में स्थापित प्रक्रिया के अनुसार राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि से अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.

कपास किसान जरूर करें ये काम, वरना होगा नुकसान

मानसून के समय बारिश के चलते कपास की फसल में जल प्रबंधन बहुत जरूरी है, वरना फसल खराब होने का अंदेशा रहता है. ऐसे में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कांबोज ने किसानों को यह सलाह दी है कि अधिक बारिश के बाद फसल से पानी की निकासी जरूर करनी चाहिए. साथ ही खाद का भी संतुलित इस्तेमाल करना चाहिए.

किसान नेता ने की कृषि जागरण से चर्चा

कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को 8 महीने पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान संसद मोर्चा में मौजूद किसान नेता युद्धवीर सिंह ने तीन कृषि कानूनों पर कृषि जागरण से क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.....

इफको के साथ काम करेगी आईआईटी दिल्ली

इफको की नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने अनुसंधान परामर्श, ज्ञान के आदान-प्रदान एवं साझा परियोजना अनुसंधान एवं विकास इकाई के लिए आईआईटी दिल्ली के साथ समझौता किया है. इफको ने कहा है कि वो प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ एवं ‘आत्मनिर्भर कृषि’  के सपने को पूरा करने के लिए उन्नत कृषि तकनीकी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं.

वैज्ञानिकों को हाथ लगी अद्भुत सफलता

नई खोज के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले वैज्ञानिकों को एक अद्भुत सफलता हाथ लगी है. दरअसल वैज्ञानिकों ने वेलविचिया नाम के पौधे का पता लगाया है, जिसकी उम्र हजारों साल है. जिसका मतलब एक इंसान की 30 पीढ़ियां गुजर जाएंगी, लेकिन ये पौधा नहीं सूखेगा. लेकिन इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि ये पौधा रेगिस्तान में पाया जाता है जहां का मौसम बेहद शुष्क और गर्म होता है.

ICAR  में कृषि वैज्ञानिकों के लिए 21 फीसदी पद खाली

कृषि क्षेत्र में शोध करने वाली देश की सबसे बड़ी संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में वैज्ञानिकों के 21 और तकनीकी कर्मियों के 34 फीसदी पद खाली हैं. जबकि, अक्सर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर खुद यह बात करते रहते हैं कि कृषि क्षेत्र की तरक्की में वैज्ञानिक समुदाय का बड़ा योगदान है. अब सवाल ये है कि अगर वैज्ञानिकों के इतने पद खाली हैं तो हम कैसे खेती को आगे बढ़ाने के लिए कैसे नए रिसर्च कर पाएंगे? किसानों की इनकम कैसे बढ़ेगी.

देश के कई राज्यों में बाढ़ से हालत खस्ता

देश के कई हिस्सों में अभी मानसून का असर जारी है. कई इलाकों में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है और आम जीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं आज मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश के होने के आसार हैं.

English Summary: India's dragon fruit reached London, know other big news related to agriculture Published on: 05 August 2021, 03:22 PM IST

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