भारत और चीन के रिशते पिछले कुछ दिनों से अच्छी बनी हुई है। भारत और चीन एक दूसरे से कई तरह के उत्पादों को आयात और निर्यात करता है। लेकिन, इसी बीच भारत ने चीन से आने वाले दूध और उसके उत्पादों पर छह माह के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध उत्पादों की खराब गुणवत्ता की वजह से लगाया गया है। चॉक्लेट व चॉक्लेट युक्त अन्य उत्पादों को प्रतिबंध की श्रेणी में शामिल किया गाया है। यह प्रतिबंध कुल छह महिनों के लिए लगाया गया है और यह 23 दिसाबर तक जारी रहेगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के विदेश व्यापार निदेशालय की संबंधित समिति के साथ बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया है। बैठक में चीन के द्वारा दूध के उतपादों को सही नहीं मानते हुए इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस पूरे मामले पर भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) की ओर से मामले में 14 जून को अधिसूचना जारी की गई है।
बता दें की एफएसएसएआइ की संबंधित मंत्रालयों के साथ 11 जून की समीक्षा बैठक हुई, जहां चीनी दूध और उसके उत्पादों की खराब गुणवत्ता और मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालने वाली एक रिपोर्ट सामने आई। इसके बाद चीनी उत्पाद पर प्रतिबंध का निर्णय लिया गया।
बता दें कि भारत के द्वारा चीन के उत्पादों पर लगाया गया प्रतिबंध कोई नई बात नहीं है इसेस पहले भी चीनी उत्पादों पर खराब गुणवत्ता के कारण प्रतिबंध लगाया जा चुका है। चीनी उत्पादों पर सबसे पहले वर्ष 2008 में छह माह का अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया था और उसके बाद यह प्रतिबंध आगे बढ़ता रहा। भारत की ओर से आखिरी बार 22 जून 2017 को 23 जून 20018 तक के लिए प्रतिबंध बढ़ाया गया था, जिसे अब 22 दिसंबर 2018 तक कर दिया गया है।
वहीं आपको बता दें की अगर उत्पादों के गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ तो प्रतिबंध को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
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