पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है. संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रहीहै. इससे भी ज्यादा खौफनाक तो यह है कि गत दिनों 3 लाख 15 हजार से भी अधिक मामले सामने आए हैं और ऊपर से अस्पतालों की लचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था से लोग त्राहि-त्राहि करते हुए नजर आ रहे हैं. कई जगह ऑक्सीजनका अभाव देखा जा रहा है. मृतकों की बढ़ती संख्या से प्रशासन खौफ में है. यह तो रही फिलहाल अभी की हालिया स्थिति जिसे हमने शब्दों में बयां किया है.
खैर, देश में विकराल हो चुकी स्थिति को शब्दों में बयां करना तो फिलहाल मुमकिन नहीं है, लेकिन हमने आपको विकराल हो चुकी स्थिति से रूबरू कराने की सारी कोशिशें की हैं, लेकिन संभवत: आपको यह जानकर हैरानी और राहत होगी कि एक ओर जहां लोग कोरोना के कहर का शिकार हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना को मात देने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.
वर्तमान में संजीदा हो चुके हालातों को मद्देनजर रखते हुए आपको हमारी उक्त बात पढ़कर तनिक अचरज हो रही होगी, लेकिन यह सच्चाई है, जिसे बयां करते नजर आ रहे हैं ये आंकड़े, लेकिन इन आंकड़ों से आपको रूबरू कराने से पहले आपको बता दें. कि निसंदेह इसमें कोई संदेह नहीं है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढती जा रही है. इस बीच अस्पतालों में मरीज दम तोड़ रहे हैं. कोरोना की चपेट में बड़ी-बड़ी विभूतियां तक आ चुकी हैं. देश के कई राज्य लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं. राजधानी दिल्ली समेत झारखंड में एक-एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया जा चुका है. अब ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या फिर से पूरे देश में लॉकडाउन लगेगा? क्या जिस तरह से तेजी से संक्रमितों की संख्या में इजाफे का सिलसिला जारी है, उसे देखते हुए सरकार फिर से देशबंदी लगाने का फैसला कर सकती है? बताएंगे आपको कि आखिर इसे लेकर सरकार का फैसला क्या है? लेकिन,जरा नजरडालते हैं, उन आंकड़ों पर, जिन्हें देखकर आपको बड़ी राहत मिलेगी.
जरा डालिए इन आंकड़ों पर नजर...
महाराष्ट्र
एक ओर जहां पूर देश में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है. संक्रमितों की संख्या लगातार तेजी से बढती जा रही है, तो वहीं लगातार कोरोना को मात देने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. सबसे पहले बात महाराष्ट्र की करते हैं. वहां लगातार तेजी से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, लेकिन आंकड़ों के मुताबिक, वहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. विगत 20 अप्रैल को 54,224 मरीज कोरोना से ठीक हुए थे. 19 अप्रैल को 52,412 मरीज कोरोना से ठीक हुए थे. 18 अप्रैल को 45,815 मरीज ठीक हुए थे.
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के कहर से लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जिसे देखते हुए विगत दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से प्रदेश के पांच शहरों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की थी, मगर प्रदेश सरकार ने कोर्ट के निर्देश की अवहेलना करते हुए कहा कि हम बिना लॉकडाउन के ही स्थिति को दुरूस्त करने का प्रयास करेंगे. अपने इस फैसले की वजह बताते हुए राज्य सरकार ने कहा था कि हम नहीं चाहते कि लॉकडाउन से मजदूरों को पूर्व वर्ष की भांति समस्याओं का सामना करना पड़े. वहीं, कोरोना के कहर के बावजूद भी लगातार प्रदेश में कोरोना से ठीक होने वाले आंकड़ों में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. बता दें कि 20 अप्रैल को 14,391 मरीज कोरोना से दुरूस्त हुए थे. 19 अप्रैल को 10,978 मरीज दुरूस्त हुए. 18 अप्रैल को 9,041 मरीज दुरूस्त हुए थे.
बिहार
बिहार में भी कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. 20 अप्रैल को 3,577 मरीज कोरोना से दुरूस्त हुए थे. 19 अप्रैल को 2,991 मरीज कोरोना से ठीक हुए थे.18 अप्रैल 3,460 मरीज ठीकहुए थे.
पश्चिम बंगाल
यहां लगातार चुनाव को देखते हुए गंभीर हालातों की बात कही जा रही है, मगर आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि ताबड़तोड़ रैलियां होने के बावजूद भी यहां मरीजों की दुरूस्त होने की संख्या में लगातार इजाफा जारी है. 20 अप्रैल को 4,850 मरीज कोरोना से दुरूस्त हुए.19 अप्रैल को 4,660 मरीज कोरोना से दुरूस्त हुए थे. 18 अप्रैल 4,453 मरीज कोरोना से दुरूस्त हुए.
नई दिल्ली
इन सबके बीच सबसे आखिरी में बात नई दिल्ली की करते हैं. यहां लगातार हालात गंभीर बने हुए हैं. मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा दर्ज हो रहा है, लेकिन इस बीच राहत की बात यह है कि लगातार कोरोना से ठीक होने मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. 18 अप्रैल को 20,159 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं. 19 अप्रैल को 21,500 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं. 20 अप्रैल को 19,430 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं.
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