खाद बनाने वाली सबसे बड़ी प्रमुख सहकारी समिति इफको ने रबी सीजन शुरू होने से पहले किसानों को बड़ी राहत प्रदान की है. दरअसल इफको ने अपने गैर-यूरिया उर्वरकों की खुदरा कीमतों को घटा दिया है जिसमें डी-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की कीमत में थोड़ी कटौती की है. यह कटौती कच्चे माल और वैश्विक कीमतों में हुई कटौतियों की वजह से की गयी है
इफको के प्रबंध निदेशक, श्री यू.एस अवस्थी ने कहा, "हमने कच्चे माल से निर्मित उर्वरकों की वैश्विक कीमतों में नरमी के को ध्यान में रखते हुए सभी परिसरों उर्वरकों के साथ डीएपी की खुदरा कीमतों को कम कर दिया है. अवस्थी ने कहा कि इफको ने डीएपी के अधिकतम खुदरा मूल्य को 1,250 रुपये प्रति बोरी से घटाकर 1,200 रुपये प्रति 50 किलोग्राम कर दिया है. एनपी कॉम्प्लेक्स( NPK-I) की दर 1,200 रुपये से 1,175 रुपये प्रति बोरी में कटौती की गई है और एनपी कॉम्प्लेक्स (NPK-II ) की लागत 1,210 रुपये प्रति बोरी से 1,185 प्रति बोरी कर दी गई है.
इसके अलावा, एनपी कॉम्प्लेक्स की कीमत में 25 रुपये की कटौती कर 975 रुपये प्रति बोरी कर दिया गया है. इन उर्वरकों का जीएसटी सहित संशोधित खुदरा मूल्य 11 अक्टूबर 2019 से प्रभावी हो गया है. लेकिन, सरकार द्वारा नियंत्रित नीम कोटेड यूरिया का खुदरा मूल्य 266.50 रुपये जो कि 45 किलोग्राम प्रति बोरी पर अपरिवर्तित है.इसके साथ ही जुलाई के महीने में इफको ने डीएपी और जटिल उर्वरकों की खुदरा कीमतों को कम कर दिया था.
इंडिया इंटरनेशनल कोऑपरेटिव ट्रेड फेयर पर अवस्थी ने नई कीमत में कमी की घोषणा करते हुए कहा कि इससे कृषि-इनपुट लागत में कटौती होगी और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की पीएम नरेंद्र मोदी की योजना को साकार करने में भी मदद मिलेगी.
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