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Horticulture advisory: आलू, टमाटर, मिर्च सहित इन सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

मध्य प्रदेश के किसानों को मौजूदा मौसम में क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसको लेकर मौसम विभाग ने सलाह दी है. भोपाल मौसम विभाग ने केंद्र ने इसके लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की है.

अनामिका प्रीतम
Horticulture advisory for Madhya pradesh Farmers
Horticulture advisory for Madhya pradesh Farmers

मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग लगातार किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी करता रहता है. इसी कड़ी में मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल ने मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अभी के मौसम को देखते हुए कृषि विशेष सलाह यानी एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की है.ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस कृषि विशेष सलाह में सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए ध्यान देने योग्य बातें क्या हैं.

CENTRAL NARMADA के सब्जी किसानों के लिए जरूरी सलाह

आलू

आलू की बुवाई के लिए उर्वरकों और उन्नत प्रजातियों का चयन करें.बीज की व्यवस्था करें और खेत तैयार करके बुवाई करें. बुवाई के लिए उचित तापमान होना चाहिए.

टमाटर और मिर्च

इस समय मिर्च और टमाटर की फसल में पत्ती के मुड़ने की संभावना हो सकती है, इसलिए यदि ऐसा लगे तो थायोमेथैक्सम 25 डी.जी.का प्रयोग करें. इसके अलावा इसे नियंत्रित करने के लिए.100 ग्राम औषधि का 500 से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें.

बैंगन और भिंडी

बैंगन और भिंडी में तना छेदक और फल छेदक कीट होने की संभावना हो सकती है, इसके नियंत्रण के लिए प्रभावित फलों को तोड़कर नष्ट कर दें और प्रभावित फलों को 1 मिली/4 लीटर पानी पर आधारित स्पिनोसैड 48 ईसी कीटनाशक का घोल बनाकर स्प्रे करें.

VINDHYAN PLATEAU के बागवानी किसानों के लिए जरूरी जानकारी

बागवानी

लौकी, करेला, खीरा, भिंडी, लोबिया, टमाटर, बैंगन और मिर्च आदि जैसी सब्जियों की फसलों के लिए मैलाथियान 2.5 मिली/लीटर पानी या 5 मिली/लीटर पानी का नीम के तेल से नियंत्रित किया जाता है. खड़ी फसलों पर तुरंत पानी का छिड़काव करें.

पत्तियों और जड़ों का सड़ना या छेद वाली खड़ी सब्जियों की फसलों का पीलापन बाविस्टिन (कॉर्बेंडिसियम) @ 1 ग्राम/लीटर का छिड़काव करने की सलाह दी जा रही है.

खरीफ सब्जी खड़ी फसलों का इंटरकल्चरल ऑपरेशन किया जाता है और खेत में निराई की जाती है. कुकुर्बिटेसियस फसलें स्टेकिंग और समर्थन या पर्वतारोही मंडियां बनाती हैं.

खरीफ सब्जी की खड़ी फसलों का इंटरकल्चरल ऑपरेशन किया जाता है और खेत में निराई की जाती है. कुकुर्बिटेसियस फसलें स्टेकिंग और समर्थन या पर्वतारोही मांडुप का निर्माण करती हैं. खड़ी सब्जी फसलों का संरक्षण अनुशंसित कीटनाशकों और कवकनाशी का छिड़काव करें. छिड़काव के बजाय सबसे पहले कीट और रोग की पहचान करें.

रबी सब्जी की फसलों अर्थात टमाटर, बैगन, मिर्च, पत्ता गोभी और फूलगोभी आदि के लिए नर्सरी बेड तैयार करें. उपचारित बीज को कतार में बोना है

SATPURA PLATEAU के बागवानी किसानों के लिए सबसे जरूरी खबर

मटर

अगेती मटर के लिए परती खेत तैयार करें.मौसम साफ होने तक बुवाई शुरू नहीं करनी चाहिए. इसके लिए अनुशंसित किस्में- अर्किल, पी.एस.एम.-3 या आजाद (Aarkil, P.S.M.-3 or Aazad) हैं.

आलू

आलू के लिए परती खेत तैयार करें.मौसम साफ होने पर ही बुवाई शुरू करें. बीज को पेंसिक्विरॉन 25 मि.ली./क्विंटल बीज से उपचारित करें.

आलू की अनुशंसित किस्में कुफरी सिंधुरी, कुफरी चंद्रमुखी, कुफरी ज्योति, कुफरी बादशाह, कुफरी बहार, कुफरी अशोक, कुफरी पुखराज, कुफरी अरुण, कुफरी पुष्कर, कुफरी शैलजा, कुफरी चिप्सोना -1, कुफरी चिप्सोना -2, कुफरी चिप्सोना -3, कुफरी सूर्या, कुफरी ख्याति, कुफरी फ्राइसोना आलू की लोकप्रिय किस्में हैं जिनकी खेती की जाती है.

MALWA PLATEAU के सब्जियों की खेती करने वाले किसान ध्यान दें

सब्ज़ियाँ

मटर की बुवाई के लिए यह उपयुक्त समय है. अनुशंसित किस्में पूसा प्रगति, अर्केल है. बीज को कवकनाशी, कैप्टन या थीरम @ 2.0 ग्राम/किलोग्राम और उसके बाद फसल-विशिष्ट राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें. गुड़ और पानी के घोल को उबालने के बाद ठंडा होने दें और फिर राइजोबियम के साथ बीजों को अच्छी तरह मिला लें. मिश्रण को छाया में सूखने देना चाहिए. यह अनुशंसा की जाती है कि उपचारित बीजों को 24 घंटे के उपचार के बाद बोया जाना चाहिए.

सब्जियों (बैंगन, टमाटर आदि) में फेरोमोन ट्रैप 4-6 प्रति एकड़ का उपयोग करके बेधक की निरंतर निगरानी की सलाह दी जाती है, यदि कीट आबादी ईटीएल से अधिक है तो स्पिनोसैड 1.0 मिली / 4 लीटर पानी का छिड़काव करें. वही फूलगोभी और गोभी में फल बेधक और डायमंड बैक मोथ के खिलाफ करने की सलाह दी जाती है।

किसानों को सलाह दी जाती है कि तैयार खेतों में हरी प्याज की रोपाई करें. नर्सरी तैयार बेड में तैयार की जानी चाहिए.

किसानों को जल्दी आलू बोने की सलाह दी जाती है. फसल 60-90 दिनों में पक जाती है. आलू की फसल की कटाई के बाद अन्य रबी फसल जैसे देर से आने वाले गेहूं की बुवाई की जा सकती है.

BUNDELKHAND के बागवानी किसान ध्यान दें

भिंडी और पपीता

भिंडी और पपीते में सफेद मक्खी की फसल के हमले की सूचना यदि पाया जाता है, तो इमिडाक्लोरपिड @ 0.5 मिली का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है. साफ आसमान की स्थिति में प्रति लीटर पानी में इसको मिला कर छिड़काव करें.

गुलाब

गुलाब की ग्राफ्टिंग और बोर्डो कीट के उपयोग के लिए यह इष्टतम समय है.

JHABUA HILLS के सब्जी किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

सब्जी

चूसने वाले कीट के नियंत्रण के लिए थायोमिथोक्सिम 7.0 ग्राम/पंप स्प्रे करें. टमाटर, बैगन, मिर्च, भिंडी में तना और फल छेदक को नियंत्रित करने के लिए इमाबैक्टिन बेंजोएट @ 10 मि.ली./पंप का छिड़काव करें.

बैंगन, पालक, गुच्छी, खीरा, भिंडी और मिर्च आदि की फसल को उठाकर बाजार में बेचा जाता है. शीतकालीन सब्जी नर्सरी तैयार करें. अगेती मटर, आलू, पालक, मेथी, गाजर और सर्दियों की अन्य सब्जियों की बुवाई का उपयुक्त समय है.

English Summary: Horticulture advisory: Important information for farmers cultivating these vegetables including potatoes, tomatoes, chillies Published on: 14 October 2022, 02:03 PM IST

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