मौजूदा वक़्त में लगभग सभी लोग पौष्टिक भोजन ग्रहण करना चाहते हैं. क्योंकि पौष्टिक भोजन ग्रहण करने से शरीर स्वस्थ रहेगा और लोग हर तरह की समस्या से बचे रहेंगे. लोगों की इसी मांग के मद्देनजर हरियाणा स्टेट को-ऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड, जिसे हैफेड (HAFED) के नाम से भी जाना जाता है, ने उच्च गुणवत्ता वाला मल्टीग्रेन आटा (Multigrain Flour) लॉन्च करने का निर्णय लिया है.
उच्च गुणवत्ता वाला मल्टीग्रेन आटा (High Quality Multigrain Flour)
हैफेड के अध्यक्ष कैलाश भगत के मुताबिक, हैफेड (HAFED) जो मल्टीग्रेन आटा (Multigrain Flour) लॉन्च करने वाला है. उसमें गेहूं की 65% जबकि चना, रागी, जौ, सोयाबीन, मक्का, ज्वार, ओट्स, साइलियम हस्क और श्यामा तुलसी की 35% मात्रा होगी. हैफेड ब्रांड नाम से यह आटा एक महीने के अंदर लॉन्च होगा.
लॉन्च होगी 2 लीटर हैफेड मस्टर्ड ऑयल की बोतल (2 liter HAFED Mustard Oil bottle to be launched)
इसके अलावा, हैफेड के अध्यक्ष कैलाश भगत ने 2 लीटर हैफेड मस्टर्ड ऑयल (Mustard Oil) की बोतल पैकिंग की लॉन्चिंग की भी घोषणा की है. हिसार, जींद, सोनीपत, कुरुक्षेत्र एवं रोहतक के हैफेड (HAFED) वितरकों के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने HAFED उपभोक्ता उत्पादों के गुणवत्ता पहलुओं पर विशेष जोर दिया. वही बैठक में शामिल प्रतिभागियों को उन्होंने यह आश्वासन दिया कि HAFED उपभोक्ता उत्पादों, विशेष रूप से मल्टीग्रेन आटा (Multigrain Flour), जिसे जल्द ही लॉन्च किया जा रहा है, की गुणवत्ता से संबंधित पहलुओं के साथ कोई भी समझौता नहीं करेगा.
ज्वार-बाजरा से बने नमकीन-बिस्कुट भी बेच रहा हैफेड
कैलाश भगत के मुताबिक, हैफेड ने हाल ही में पोहा, बाजरा और ज्वार से बने बिस्कुट एवं नमकीन, गेहूं के चोकर, गुड़ आदि जैसे कई उत्पाद लॉन्च किए हैं. ताकि राज्य की इनकम में बढ़ोतरी हो और लोगों को सेहतमंद खाद्य पदार्थ मिल सके.
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने जून के पहले सप्ताह में कहा था कि हैफेड के पास सरसों की कमी है. सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया था कि बाजार में सरसों की अधिक कीमत मिलने की वजह से किसानों ने सरकार को सरसों नहीं बेची है, जिसके बाद जून माह में गरीबों को दी जाने वाली 2 लीटर सरसों तेल की आपूर्ति बंद कर दी गई. और उसके बदले 250-250 रुपए लाभार्थी गरीबों के खातों में भेजने का ऐलान किया गया.
वही हैफेड ने अब सरसों की 2 लीटर वाली बोतल पैकिंग की लॉन्चिंग का ऐलान किया है. और फिलहाल हैफेड सरसों तेल 160 से 170 रुपए/लीटर के हिसाब से बेच रहा है. ऐसे में 2 लीटर सरसों तेल का दाम कम से कम 320 रुपए होगा. जबकि हरियाणा सरकार ने गरीबों को महज 250-250 रुपए देकर अपना काम चला लिया. अब जरा सोचिए कि राज्य सरकार की इस पहल से नुकसान किसका हुआ?
हैफेड क्या है? (What is HAFED?)
हरियाणा स्टेट को-ऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (Haryana State Co-operative Supply and Marketing Federation Limited) यानि हैफेड हरियाणा राज्य का सबसे बड़ा सर्वोच्च सहकारी संघ है. यह 1 नवंबर, 1966 को एक अलग राज्य के रूप में हरियाणा के गठन के साथ अस्तित्व में आया था.
हैफेड के मुख्य उद्देश्य हैं:
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उर्वरक, कीटनाशक, प्रमाणित बीज आदि जैसे कृषि आदानों की आपूर्ति.
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कृषि एवं संबद्ध उत्पादों के विपणन, एवं प्रसंस्करण की व्यवस्था करना.
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संबद्ध सहकारी समितियों के कामकाज को सुगम या आसान बनाना.
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