वैसे तो इस कोरोना काल में समाज के हर तबके को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, मगर इस बीच जिस तरह की समस्याओं का सामना किसानों को करना पड़ रहा है, उसने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. किसान भाइयों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
सरकार के मुताबिक, यह निर्देश किसान भाइयों की सलामती के लिए जारी किए गए हैं, ताकि हमारे अन्नदाता कोरोना काल में खुद को महफूज रख सके. बता दें कि कोरोरना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है. बेशक, संक्रमण दर अभी पिछले कुछ दिनों से कम हो चुका हो, मगर मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसी स्थिति में सरकार ने किसान भाइयों की सलामती को ध्यान में रखते हुए दिशानिर्देश जारी किए हैं और उनसे मांग की है कि वे कोरोना काल में खुद को महफूज ऱखें. आइए अब हम आपको सरकार के इन नियमों से रूबरू कराते हैं.
क्या है, सरकार के यह नियम
खुद के औजार का इस्तेमाल करें: किसान भाइयों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वह खेती किसानी के दौरान खुद के औजारों का इस्तेमाल करें. दूसरों के हथियारों पर आश्रित न रहे. यह तरीका संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकता है. लिहाजा, यह लाजिमी रहेगा कि किसान भाई खुद के ओजारों का ही इस्तेमाल करें और जरूरत पड़ने पर उसे सेनिटाइज भी करें. ऐसा करके किसान संक्रमण के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं.
धूम्रपान करने से परहेज करें: आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि ग्रामीण इलाकों में हमारे किसान भाई पारस्परिक स्नेह के सैलाब में सराबोर होकर एक साथ बैठकर धूम्रपान कर लिया करते हैं, लेकिन दिशानिर्देश में किसान भाइयों को ऐसा करने के लिए साफ मना किया गया है. सरकार का कहना है कि किसान भाइयों में यह प्रवृत्ति संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है, लिहाजा किसान भाइयों को ऐसा करके खुद को महफूज रखना चाहिए.
पानी और साबून का करें इस्तेमाल: सरकारी दिशानिर्देश के मुताबिक, किसान भाइयों को खेत में पानी, साबून और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य है. इससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है.
मास्क लगाए रखें: किसान भाइयों से यह साफ अपील की गई खेत में रहने के दौरान मुंह पर मास्क जरूर लगाए. बिना मास्क लगाए खेती न करें.
डॉक्टर से करें संपर्क: अगर किसान भाई स्वास्थ्य को लेकर किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आप फौरन डॉक्टर से संपर्क करें.
ग्रमीण इलाकों में बरप रहा कोरोना का कहर
आपको बताते चले कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ग्रामीण इलाकों में संक्रमण चरम पर पहुंच चुका है. शहरी इलाकों में हालात कमोबेश दुरूस्त बने भी हुए हैं, मगर ग्रामीण इलाकों में हालात इस बार कुछ ज्यादा दुरूह हो चुके हैं, इसलिए सरकार की तरफ से किसान भाइयों को कोरोना से बचने के लिए साफ निर्देश जारी किए जा चुके हैं.
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