गिरते हुए भारतीय इकोनॉमी के सवाल पर चारों तरफ से घिर चुकी मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. इकोनॉमी को गति देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज़ देश के कई बड़े बैंकों को मर्ज करने का ऐलान कर दिया है. सरकार के इस कदम से सत्ता के गलियारों के साथ-साथ आर्थिक विशेषज्ञों में भी सरगर्मियां तेज़ हो गई है. वही वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि हम 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं.
इन बैंकों का हुआ मर्ज
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक तीनों का मर्जर कर दिया है. इसके अलावा केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का भी विलय कर दिया गया है. इतना ही नहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंकों का भी विलय हो गया है.
बता दें कि इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का भी विलय हो गया है, जिसके बाद देश को 7 वां बड़ा पीएसयू बैंक मिल गया है.
वित्तमंत्री की बड़ी घोषणाएं
वित्त मंत्री ने कहा कि बैकों ने उपभोक्ताओं के हित में घोषणाएं की हैं.
पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था पर काम जारी है.
तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद कर दी गई हैं.
बैंकों में कई बड़े सुधार किए गए हैं.
बैंक अच्छे प्रबंधन के साथ काम करेंगे.
250 करोड़ से ज्यादा के कर्ज पर निगाह रखेंगे.
बड़े कर्ज पर निगरानी के लिए एजेंसी बनेगी.
भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी.
कम वक्त में ज्यादा लोन की स्कीम जारी.
नीरव मोदी जैसे मामले रोकने के लिए सतर्कता.
अभी तक आठ सरकारी बैंकों ने रेपो रेट पर आधारित ब्याज दर की शुरुआत की है.
मुश्किल हालात में चार एनबीएफसी को सरकारी बैंकों से मदद मिली है.
बैंकों के एनपीए में कमी आई है.
एनपीए घटकर 7.90 लाख करोड़ रुपये हुआ है.
18 में से 14 सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ा है.
बैंकों में कर्मचारियों की छंटनी नहीं की गई है.
लोन रिकवरी रिकॉर्ड स्तर पर है.
रिटेल लोन में हुई बढ़ोतरी
पंजाब नेशनल बैंक में होगा दो बैंकों, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय.
केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का होगा विलय
इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का होगा विलय.
यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का होगा विलय.
सरकारी बैंकों की संख्या 18 से घटकर 12 हुई.
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