लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हैं. आलम यह है कि इस पाबंदी का कई मुनाफ़ाखोर दुकानदार और सब्जी वाले फायदा भी उठा रहे हैं. वे खाद्य वस्तुओं और सब्जियों को दोगुनी कीमतों पर बेच रहे हैं. इसी के मद्देनज़र इन खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी पर रोक लगाने और खाद्य सामग्री, फल एवं सब्जी आदि आसानी से उपलब्ध कराने के लिए यूपी के हाथरस जिले के डीएम ने खाद्य वस्तुओं के नए रेट जारी करवाए हैं.
इस पर जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि अगर कोई दुकानदार निर्धारित कीमत से अधिक कीमत पर खाद्य वस्तुओं की बिक्री करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 और महामारी अधिनियम-1897 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अब जारी हुई नई मूल्य सूची का प्रदर्शन दुकान पर अनिवार्य रूप से किया जाएगा. ये खाद्य वस्तुओं की नई दरें इस प्रकार तय की गई हैं-
दाल और चावल के मूल्य
उर्द की दाल - 100 रुपए प्रति किलो
अरहर की दाल - 80 रुपए प्रति किलो
चना की दाल - 65 रुपए प्रति किलो
मूंग की दाल -110 रुपए प्रति किलो
मसूर की दाल - 65 रुपए प्रति किलो
राजमा -100 रुपए प्रति किलो
आटा - 30 रुपए प्रति किलो
मोटा चावल - 30 रुपए प्रति किलो
बासमती चावल - 45 से 55 रुपए प्रति किलो
सब्जियों के मूल्य
आलू - 20 रुपए प्रति किलो
प्याज - 30 रुपए प्रति किलो
टमाटर - 25 रुपए प्रति किलो
लहसुन - 80 रुपए प्रति किलो
अदरक - 80 रुपए प्रति किलो
अन्य वस्तुओं के मूल्य
सरसों तेल (एक लीटर)- 95-100 रुपए
पिसी हुई हल्दी (100 ग्राम) - 20 रुपए
पिसी हुई मिर्च (100 ग्राम)- 30 रुपए
पिसा हुई धनिया (100 ग्राम)- 25 रुपए
माचिस का पैकेट- 10 रुपए
इसके अलावा पान मसाला की बिक्री पर रोक लगाने के बाद से इसकी भी कालाबाजारी काफी बढ़ गई है. इस कालाबाजारी को रोकने के लिए एसडीएम हरीशंकर यादव के नेतृत्व में नायब तहसीलदार रामगोपाल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग एवं पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम छापेमारी कर रही है. जिसके बाद से मुनाफ़ाखोर दुकानदार भी चौकन्ने हो गए है.
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