देश की सरकार लगातार किसानों को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है. इसी कड़ी में कर्नाटक सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके बच्चों को पढ़ाई में 50 प्रतिशत आरक्षण दे रही है.
छात्रों को 50 प्रतिशत आरक्षण
दरअसल, कृषि से संबंधित डिग्री और स्नातकोत्तर में प्रवेश पाने के इच्छुक किसानों के बच्चों के लिए 50% सीटें आरक्षित हैं. इस कोटे के माध्यम से प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों को कर्नाटक परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित सीईटी परीक्षा (CET exam) को लिखना होगा. ये परीक्षा 12 जुलाई को सुबह 9 बजे राज्य के सभी कृषि संबंधित विश्वविद्यालयों के 16 केंद्रों में आयोजित की जाएगी.
बस किसानों व खेतिहर मजदूरों के बच्चों को मिलेगा लाभ
बता दें कि ये परीक्षा 50 प्रश्नों के 200 अंकों के लिए तैयार की गई है और ये केवल किसानों व खेतिहर मजदूरों के बच्चों के लिए ही है. सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को कृषि विज्ञान की डिग्री के लिए सीईटी स्कोरबोर्ड में एक अलग रैंक दी जाती है. इसकी मदद से राज्य के सरकारी कृषि विश्वविद्यालयों में छात्रों को कृषि, बागवानी, रेशम उत्पादन, पशु चिकित्सा, खाद्य प्रौद्योगिकी, वन विज्ञान में नामांकित किया जाता है.
जिसके बाद ये डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को बैंकों में फील्ड ऑफिसर, बैंकों में पशु चिकित्सक, भाजपा समर्थक कीटनाशक कंपनियों में कृषिविद, राज्य और केंद्र सरकार के पदों के अलावा खाद्य क्षेत्रों में तकनीशियन के रूप में सेवा करने का अवसर मिलता है.
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हालांकि, इस परीक्षा के लिए अप्लाई करने की तारीख 1 जुलाई से शुरू हुई थी. इसे 6 जुलाई तक जारी रखा गया था. ऐसे में अगर आप भी कर्नाटक के किसान हैं तो आपके बच्चे इसका लाभ लेकर अपना भविष्य अच्छा बना सकते हैं, क्योंकि इसकी परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है.
अधिक जानकारी निम्नलिखित आधिकारिक वेबसाइटों से प्राप्त की जा सकती है-
http://www.uhsbagalkot.edu.in/
http://www.uasraichur.edu.in/index.php/en/
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