भारत सरकार ने किसान आंदोलन पूरी तरह से खत्म करने के बाद किसानों की भलाई के लिए संयुक्त किसान मोर्चा से MSP में गठित होने वाली कमेटी के लिए तीन नाम मांगे थे, लेकिन वह नाम अभी तक सरकार को नहीं मिले हैं. एक लंबे इंतजार के बाद केंद्र सरकार ने एमएसपी के लिए कमेटी का गठन कर दिया है.
बता दें कि इस कमेटी में करीब 16 लोगों के नाम दिए गए हैं. यह भी बताया जा रहा है कि इस कमेटी में अभी 3 नाम अभी और भी जुड़ना बाकी हैं. सरकार ने इस कमेटी का अध्यक्ष पूर्व कृषि सचिव संजय अग्रवाल को नियुक्त किया है और साथ ही समिति में केंद्र व राज्य सरकारों के प्रतिनिधि, किसान, कृषि वैज्ञानिक और कृषि अर्थशास्त्री भी इस कमेटी में शामिल किए गए हैं. जिसकी जानकारी सरकार ने खुद एक नोटिफिकेशन कर जारी की है.
MSP कमेटी का उद्देश्य (Objectives of MSP Committee)
सरकार का इस कमेटी को बनाने का उद्देश्य यह है कि किसानों की आय बढ़ सके और साथ ही जीरो बजट आधारित खेती (zero budget farming) को भी इस कमेटी की वजह से बढ़ावा मिल सके. कमेटी की मदद से देश की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा. जैसे कि क्रॉप पैटर्न को समय पर बदलना, MSP को सही दिशा में दौड़ाने के लिए कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी MSP को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार को सुझाव देंगी.
इसके अलावा किसानों को भी इस कमेटी से दोगुना फायदा मिलेगा. कमेटी के द्वारा किसानों को उच्च कीमत पर उपज व अन्य कई उर्वरक भी सुनिश्चित किया जाएगा.
MSP कमेटी में शामिल सदस्य (Member in MSP committee)
मिली जानकारी के अनुसार, एमएसपी की कमेटी में पूर्व कृषि सचिव अध्यक्ष के रूप में संजय अग्रवाल हैं. इसके साथ नीति आयोग कृषि रमेश चंद, कृषि अर्थशास्त्री के तौर पर डॉ सीएससी शेखर, डॉ. सुखपाल सिंह, राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार विजेता भूषण त्यागी भी है.
इसके आलावा किसान संगठनों से गुणवंत पाटिल, कृष्णवीर चौधरी, प्रमोद कुमार चौधरी, गुणी प्रकाश और सैय्यद पाशा पटेल भी इस कमेटी में शामिल किए गए हैं.
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