हर रोज हजारों की तादाद में खाने की कमी और कुपोषण के शिकार लोग मरते है| भारत जो कि एक बड़ी जनसँख्या वाला देश है| ऐसी स्थिति सबका पेट भरना मुश्किल है| इसी समस्या पर एसोचैम ने संज्ञान लेते हुए एक कार्यक्रम का आयोजन किया| इस कार्यक्रम में खाद्य सुरक्षा, पौष्टिकता, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और सप्लाई चैन पर परिचर्चा की गयी| कार्यक्रम का शुभारम्भ एसोचैम के चेयरमैन पी.के. जैन ने किया| इस दौरान ग्लोबल अलायन्स फॉर इम्प्रूवड न्यूट्रीशन की चेयर विनीता बाली ने आये प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर हर हजारों लोग भूखे सोते है और न जाने कितने लोग भूखे मरते है| उन्होंने कहा लगभग 30 से 35 प्रतिशत खाना खराब जाता है| इसके लिए सरकार को उचित कदम उठाने की जरुरत है| ताकि सभी को गुणवत्ता वाला खाना मिल सके| इसके लिए एफएसएसएआई भी उचित कदम उठा रही है| इसी क्रम में मुख्य अतिथि डॉ. शशिकला, सदस्य राज्यसभा ने इस खाद्य सुरक्षा, पौष्टिकता और खाद्य पदार्थों की बर्बादी पर चर्चा की | अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इसके लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है| उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए बहुत जरुरी है|
इसके बाद इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत किया गया| यह पुरुस्कार 5 श्रेणियों में दिया गया| इसमें बेहतर इनोवेशन के लिए अबोट इंडिया, न्यूट्रीशन कंपनी ऑफ़ द इयर के लिए हेक्सागोन न्यूट्रीशन को पुरुस्कृत किया गया| इसके अलावा करियर कोल्ड चैन प्राइवेट लिमिटेड, सोहन लाल कमोडिटी और भी कई कंपनियों को सम्मानित किया गया|
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