फ्लिपकार्ट ने ‘समर्थ’ कार्यक्रम के तहत किसानों को ई-ट्रेडिंग का प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया ने इडुक्की में आयोजित एक कार्यक्रम में बताया कि ई-ट्रेडिंग प्रशिक्षण से स्थानीय सीमांत किसानों के लिए भारतीय बाजार तक पहुंच आसान होगी। और किसानों को उनके उत्पादों की बेहतर कीमत मिल पाएगी. फ्लिपकार्ट इंडिया ने कहा कि ट्रेनिंग कार्यक्रम में मसाला फसलों की बेहतर कटाई-छंटाई तकनीक, भंडारण और रखरखाव, गुणवत्ता नियंत्रण, पैकेजिंग सहित कई पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट के वाइस प्रेसिडेंट और ग्रोसरी स्टोर प्रमुख, स्मृति रविचंद्रन ने कहा कि ई-ट्रेडिंग से उपभोक्ताओं के लिए भी क्षेत्रीय मसालों और फसल उत्पादों तक पहुंच आसान बनेगी. प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे चरण में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के छोटे और सीमांत किसानों को भी शामिल किया जाएगा।
फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कॉरपोरेट मामलों के अधिकारी रजनीश कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में कहा कि भारतीय मसाला बोर्ड और वाणिज्य मंत्रालय के साथ हमारी यह साझेदारी मसालों की खेती करने वाले किसानों और जमीनी स्तर पर काम कर रहे संगठनों के लिए भारतीय बाजार तक पहुंच को सक्षम करेगी. एक घरेलू कंपनी के रूप में हम स्थानीय किसानों की क्षमताओं को अनलॉक कर उनके विकास और आजीविका में योगदान करने के लिए ई-कॉमर्स के लाभों से अवगत कराना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें: ऐसे करें मसाला उद्योग शुरू, होगी अच्छी कमाई
फ्लिपकार्ट किराना स्टोर वर्तमान में सभी 28 राज्यों के 1800 से अधिक शहरों और 10,000 से ज्यादा पिनकोड क्षेत्रों में कार्य कर रहा है. देश में तेजी से बढ़ रही ऑनलाइन किराना खरीद की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए फ्लिपकार्ट ने पिछले दो वर्षों में 28 बढ़े भंडारण केंद्रों की स्थापना की है. वॉलमार्ट कंपनी के समूह में फ्लिपकार्ट, मिंतरा, फ्लिपकार्ट हेल्थ+ और क्लियर ट्रिप शामिल हैं.
Share your comments