केंद्र सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम -किसान) के दायरे में आने वाले सभी किसानों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल किसानों की महीनों से रुकी हुई किस्तों का भु्गतान जल्द ही उनके बैंक खातों में हो जाएगा. लेकिन 2020 में बिना आधार के वाले किसान सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं. बता दे कि लोकसभा चुनाव के पहले नवंबर 2018 में केन्द्र सरकार ने पीएम- किसान योजना का ऐलान किया था. पहले 2 हेक्टेयर तक योजना के पात्र रहे लेकिन चुनाव बाद सरकार ने योजना में सभी किसानों को शामिल कर लिया. चुनाव के पहले पहली किस्त खातों में गई और चुनाव बाद अप्रैल में दूसरी और फिर तीसरी किस्त आई.
लेकिन लाखों किसानों के खातों में पैसा ही नहीं पहुंचा. किसी को दूसरी नहीं मिली तो किसी को तीसरी किस्त. बहुत सारे किसानों की पहली किस्त भी नहीं आई. इसी अंतर को देख योजना पर सवाल उठने लगे. उप कृषि निदेशक (लखनऊ मंडल) सीपी श्रीवास्तव बताते हैं कि जल्द ही सभी पात्र लाभार्थी किसानों के खातों में सभी किस्ते पहुंच जाएंगी. अगले वर्ष 2020 में पीएम किसान योजना में आधार की अनिवार्यता रहेगी. ऐसे में बिना आधार वाले किसानों की सम्मान निधि रुक जाएगी.
पहली - तीसरी किस्त के बीच 49 हजार का अंतर
सरकार के आश्वासन के बाद भी पीएम -किसान का पूरा लाभ किसानों को नहीं मिल रहा. राजधानी में पीएम किसान की पहली और तीसरी किस्त पाने वाले किसानों के बीच 49 हजार किसानों का अंतर बना है. पहली किस्त 1.58 लाख किसान को मिली है. वहीं तीसरी किस्त मात्र 1.09 लाख किसानों के खातों में पहुंची. यही अंतर किसानों में बेचैनी पैदा कर रहा है. लखनऊ ही नहीं प्रदेश भर की यही तस्वीर है.
12 हजार किसानों को एक किस्त भी नहीं मिली
नवम्बर 2018 में शुरू हुई योजना को एक वर्ष हो गए हैं. राजधानी के करीब 14 हजार किसानों को एक किश्त भी नहीं मिली है. राजधानी में चयनित 1.72 लाख किसानों में से पहली किस्त 1.58 लाख किसानों को ही मिली है.
12 नवम्बर तक सुधरेंगे और दर्ज होंगे आधार
किसानों के आधार सीडिंग के लिए 12 नवम्बर तक तहसील स्तर पर कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं. उपकृषि निदेशक सीपी श्रीवास्तव बताते हैं कि कैम्पों में किसानों के आधार की कमियों की दुरुस्त किया जाएगा. वहीं किसानों के आधार की सीडिंग की जाएगी.
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