2 लाख तक की नकद पुरुस्कार राशी
प्रगतिशील किसान/वैज्ञानिक/एनजीओ/डीलर्स/कृषि संसथान कर सकते हैं आवेदन
कृषि इतिहास बहुत पुराना रहा है! इसके जरिए ही इंसानों और जानवरों दोनों का पेट भरता है! दुनिया में हमारे पूर्वजो के समय में हालात ऐसे थे की धरती पर भरपूर खाना था! लेकिन आज देखा जाए तो हालात कुछ ऐसे हैं कि एक बड़ी जनसंख्या को हर रोज रात को भूखे पेट सोना पड़ता है! इस समय कृषि उत्पादन को बढाने की दरकार सिर्फ भारत में ही नही वरन पूरे विश्व में है! विश्व के अन्य देशों के साथ भारत भी कृषि उत्पादन को बढाने में लगा है! इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है! लेकिन सरकार के साथ–साथ निजी क्षेत्र की कंपनियां कृषि उत्पादन को बढाने पर जो दे रही हैं! कृषि उत्पादन न बढ़ने के पीछे जो एक मुख्य कारण वो है किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीक के विषय में जानकारी न होना! यही कारण है कि भारत की जानी-मानी कृषि रसायन बनाने वाली कंपनी धानुका एग्रीटेक एक ख़ास पहल की है! इस कंपनी ने किसानों को प्रोत्साहित करने और कृषि क्षेत्र से जुड़े संस्थानों और वैज्ञानिकों जिन्होंने कृषि के नवाचार के लिए काम किया है! सभी को एक मंच पर लाकर उनको सम्मानित करने का फैसला किया है! धानुका एग्रीटेक इस साल ‘धानुका इनोवेटिव एग्रीकल्चर अवार्ड’ का आयोजन करने जा रही है! धानुका के ग्रुप चेयरमैन, राजेश अग्रवाल ने इस कार्यक्रम के लॉन्च के दौरान कहा कि इस पुरुस्कार समारोह के जरिए किसानों तक कृषि के नवाचार और आधुनिक जानकारी को किसानों तक पहुंचाना है.उन्होंने कहा कि आज भी जो नई कृषि तकनीक किसी संस्थान या कृषि वैज्ञानिको द्वारा तैयार की जा रही है! वह किसानों तक नहीं पहुँच रही है! यदि हमें उत्पादन बढ़ाना है तो किसानों तक इन तकनीकों को पहुंचाना होगा! तभी हमारी अधिक कृषि उत्पादन की जरुरत पूरी हो पाएगी! राजेश अग्रवाल ने बताया कि धानुका द्वारा यह अवार्ड कार्यक्रम विश्व जल दिवस पर 22 मार्च को आयोजित किया जायेगा! धानुका ने कृषि क्षेत्र से जुडी 30 श्रेणियों में अवार्ड के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं!
इसमें कुछ श्रेणिया निम्न है - इनोवेटिव फार्मर ऑफ़ द ईयर अवार्ड, नेशनल फार्मर ऑफ़ द इयर अवार्ड, इनोवेटिव फार्मर अवार्ड, रैनवाटर हार्वेस्टिंग इनोवेटिव अवार्ड, इनोवेटिव टेक्नोलॉजी इन एग्रीकल्चर अवार्ड, नेशनल इनोवेटिव एक्सटेंशन सर्विस अवार्ड आदि! अवार्ड के लिए किसानों, वैज्ञानिकों, संस्थानों, कृषि विज्ञान केंद्र, एनजीओ! ऍफ़पीओ और स्वयं सहायता समूह से आवेदन आमंत्रित किये गए हैं! धानुका द्वारा सभी पुरुस्कारों की राशी लगभग 20 लाख के आसपास है! अवार्ड ज्यूरी के चेयरपर्सन पदमश्री प्रोफे. आर.बी.सिंह हैं! उनके अलावा ज्यूरी में डॉ.एच.पी. सिंह. चेयरमैन CHAI, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, भूतपूर्व एडीजी प्रसार, ICAR, डॉ.ए.के. सिंह, भूतपूर्व प्रोफ़ेसर और डॉ.जे.डी.शर्मा प्रोफेसर, एन.डी. यूनिवर्सिटी कृषि और तकनीक, फैजाबाद शामिल हैं! कृषि कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर आर.बी. सिंह ने कहा कि कृषि के नवाचारों को सही रूप से किसानों तक पहुंचाने की आवश्यकता है! इसलिए धानुका की इस सराहनीय पहल से निश्चित तौर पर किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े हर व्यक्ति को फायदा मिलेगा! उन्होंने बताया यह इस अवार्ड कार्यक्रम का पहला संस्करण है! इस कार्यक्रम से किसानों को सीधे फायदा मिलेगा!
कैसे करें आवेदन :
किसान/कृषि विज्ञानं केंद्र/वैज्ञानिक/कृषि संस्थान/ कृषि विश्वविद्यालय/एनजीओ/सेल्फ हेल्प ग्रुप और ऍफ़पीओ पर संपर्क कर सकते हैं!
Telephone: +91 1243838500
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